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विशेष होगा 'At Home': निगमबोध घाट पर दाह संस्कार के लिए लकड़ी काटने वाले को भी आमंत्रण
इन 26 विशिष्ट लोगों में सत्यवती राजा हरिश्चन्द्र अस्पताल के सफाईकर्मी रामपाल भी शामिल हैं. मेडिकल कर्मियों में 6 डॉक्टरों को भी आमंत्रण भेजा गया है.
![विशेष होगा 'At Home': निगमबोध घाट पर दाह संस्कार के लिए लकड़ी काटने वाले को भी आमंत्रण This time will be special At Home: as corona warrior invites even the woodcutter for cremation at Nigambodh Ghat ANN विशेष होगा 'At Home': निगमबोध घाट पर दाह संस्कार के लिए लकड़ी काटने वाले को भी आमंत्रण](https://static.abplive.com/wp-content/uploads/sites/2/2020/08/14211224/rashtrapati-bhawan.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
हर साल 15 अगस्त को राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाला 'At Home' रिसेप्शन का कार्यक्रम इस बार छोटा लेकिन बेहद ख़ास होने वाला है. इसकी वजह है आयोजन में बुलाए गए कोरोना योद्धा. इन योद्धाओं में एम्स और अन्य अस्पतालों के मेडिकल स्टॉफ , दिल्ली पुलिस के अधिकारियों और जवानों के अलावा निगमबोध घाट पर होने वाले दाह संस्कारों के लिए लकड़ियों का इंतज़ाम करने वाला व्यक्ति भी शामिल है.
निगमबोध घाट पर दाह संस्कारों के लिए लकड़ी काटने वाले अमर सिंह को भी एट होम कार्यक्रम में आने का न्यौता भेजा गया है. अमर सिंह उन 26 कोरोना योद्धाओं में शामिल हैं जिन्हें आमंत्रण भेजा गया है. उन्हें कोरोना काल में सभी प्रोटोकॉल और नियमों का पालन करते हुए अपना काम करने के लिए ये सम्मान मिला है.
इनके अलावा इन 26 विशिष्ट लोगों में सत्यवती राजा हरिश्चन्द्र अस्पताल के सफाईकर्मी रामपाल भी शामिल हैं. मेडिकल कर्मियों में 6 डॉक्टरों को भी आमंत्रण भेजा गया है. इनमें एम्स , राम मनोहर लोहिया , एलएनजेपी और राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के डॉक्टर शामिल हैं. डॉक्टरों के अलावा नर्सिंग स्टॉफ , आशा कार्यकर्ता और सफाई कर्मचारियों को भी आमंत्रण भेजा गया है. इसके अलावा दिल्ली पुलिस के जवानों को भी समारोह में बुलाया गया है. इनमें हेड कॉन्स्टेबल मनीष कुमार का नाम प्रमुखता से शामिल किया गया है जिन्होंने कोरोना और लॉक डाउन के दौरान परेशान लोगों की सहायता की.
बाक़ी सालों से अलग इस साल एट होम कार्यक्रम में मेहमानों की सूची बेहद छोटी कर दी गई है ताकि सोशल डिस्टेंशिंग का पूरा ख़्याल रखा जा सके. जहां हर साल 2000 से भी ज़्यादा मेहमानों को बुलाया जाता था वहीं इस साल महज 100 लोगों को भी आमंत्रण भेजा गया है. इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उपराष्ट्रपति वैंकैया नायडू के अलावा गिने चुने केंद्रीय मंत्रियों और अन्य गणमान्य लोगों को बुलाया गया है.
एक ख़ास बात ये है कि इन मेहमानों को खाना खिलाने वाले कर्मचारियों के लिए कोरोना की जांच करवाना अनिवार्य किया गया है.
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