इन सात राज्यों से हिमाचल आने वालों को रखना होगा कोविड-19 की नेगेटिव रिपोर्ट, नहीं तो नहीं मिलेगा होटल
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए हिमाचल प्रदेश की सरकार ने 21 अप्रैल तक सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर चुकी है. इसके अलावा मैरिज हॉल (इंडोर) में होने वाले शादी समारोहों में 50 से अधिक और खुली जगह पर होने वाले समारोह में 200 से अधिक लोगों के आने पर पाबंदी लगा दी है.
शिमला: हिमाचल प्रदेश सरकार ने उन सात राज्यों से प्रदेश में आने वाले लोगों के लिये कोविड-19 की नेगेटिव रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य कर दिया है, जहां कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि पंजाब, दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के लोगों के लिये 16 अप्रैल से हिमाचल प्रदेश आने पर आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य कर दिया गया है. यह रिपोर्ट 72 घंटे से पहले की नहीं होनी चाहिये.
उन्होंने राज्य में कोविड-19 हालात का जायजा लेने के लिये वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हुई बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह घोषणा की. उन्होंने कहा कि राज्य में कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिये यह निर्णय लिया गया है और जल्द ही इस संबंध में परामर्श जारी किया जाएगा.
हिमाचल प्रदेश सरकार पहले ही 21 अप्रैल तक सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर चुकी. सरकार ने इसके साथ ही मैरिज हॉल (इंडोर) में होने वाले शादी समारोहों में 50 से अधिक और खुली जगह पर होने वाले समारोह में 200 से अधिक लोगों के आने पर पाबंदी लगा दी है. अंतिम संस्कार में भी केवल 50 लोग ही शामिल हो सकेंगे.
रिपोर्ट के लिए परेशान नहीं किया जाएगा
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश आने वाले पर्यटकों को राज्य की सीमाओं पर कोरोना वायरस जांच की रिपोर्ट के लिए 'परेशान' नहीं किया जाएगा. ठाकुर ने कहा कि पर्यटकों के आगमन पर उनकी निगरानी करने के लिए व्यवस्था तैयार की गई है.
ठाकुर ने कहा कि चूंकि ज्यादातर पर्यटक होटलों में ठहरते हैं इसलिए प्रशासन ने सात राज्यों से आने वाले लोगों पर उसी स्थान पर निगरानी के लिए व्यवस्था तैयार की है जहां पर वे ठहरेंगे.