नई दिल्ली: कोरोना वायरस मरीजों को ट्रैक करने के लिए भारत सरकार ने आरोग्य सेतु ऐप लॉन्च किया था. कुछ ही समय में इस ऐप काफी लोकप्रियता हासिल कर ली. लेकिन पिछले कुछ दिनों से इस ऐप की प्राइवेसी पॉलिसी पर कई तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं. वहीं अब पब्लिक डिमांड पर इस ऐप के सोर्स कोड को पब्लिग कर दिया गया है. हालांकि अभी सिर्फ एंड्रॉयड वर्जन को ओपन सोर्स किया गया है. iOS और KaiOS वर्जन का सोर्स कोड बाद में जारी किया जाएगा.
लगातार विपक्ष के उठते सवालों के बीच केंद्र सरकार ने आरोग्य सेतु ऐप में बग ढूंढने के लिए बग बाउंटी प्रोग्राम लॉन्च किया है. इस प्रोग्राम के तहत ऐप में खामी ढूंढने वाले को सरकार चार लाख तक का इनाम देगी. इस इनामी राशि को चार कैटेगरी में रखा गया है.
सरकार की तरफ से गया कि अगर आरोग्य सेतु ऐप को लेकर किसी के मन में कोई सवाल है या फिर कोई कमी या सुझाव है तो उसका स्वागत है. आरोग्य सेतु में सेफ्टी की तीन कैटेगरी में एक-एक लाख रुपए का इनाम रखा गया है. इसके साथ ही कोड में सुधार के लिए सुझाव देने एक लाख का इनाम रखा गया है.
बाउंटी प्रोग्राम में हिस्सा लेने वाले लोगों को ऐप का ओपन सोर्स रिसर्च कम्युनिटी के लिए अवेलेबल करवाना होगा. जिसके तहत यूजर्स और रिसर्चर्स ऐप की प्राइवेसी और सुरक्षा की कमी की जानकारी दे सकते हैं. इसके कमी पाए जाने पर उसे as-bugbounty@nic.in पर इन्फॉर्म करना होगा और Security Vulnerability Report की सबजेक्ट लाइन के साथ भेजना होगा.
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए भारत में 2 अप्रैल 2020 आरोग्य सेतु ऐप लांच किया गया था. ये ऐप बताता है कि उसके आसपास कोई कोरोना संक्रमित व्यक्ति है या नहीं. इस ऐप में कोरोना से जुड़े कई महत्वपूर्ण अपडेट दिए गए हैं. इस ऐप को अब तक 11 करोड़ से ज्यादा लोग डाउनलोड कर चुके हैं.
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