नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में हुई हिंसा में 46 लोगों की मौत हो चुकी है. इस हिंसा में करीब 125 लोगों को गोली लगी थी. ऐसे में सवाल ये उठ रहे हैं कि कैसे इतने हथियार दंगाइयों तक पहुंचे. अभी स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम इस हिंसा की जांच कर ही रही थी कि इसी बीच दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 36 पिस्तौल और 100 कारतूस के साथ अवैध हथियार सप्लाई करने वाले तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है. ये गैंग पिछले एक साल में दिल्ली एनसीआर में 300 पिस्तौल और 600 कारतूस बदमाशों को बेच चुका है.
बिहार और एमपी से हथियार लाकर दिल्ली बेचता था गैंग
दिल्ली पुलिस के मुताबिक ये गैंग बिहार और मध्य प्रदेश से लाकर इन हथियारों को दिल्ली और एनसीआर के बदमाशों को बेचता था. पुलिस की मानें तो ये गैंग छह से सात हजार रुपये में इन पिस्तौल को खरीदकर दिल्ली, एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बदमाशों को 20 से 30 हजार रुपये में बेच देते थे. ये हथियार बेहद सॉफिस्टिकेटेड थे.
क्या दिल्ली दंगो में इसी तरह पहुंचे थे उपद्रवियों के पास हथियार
दिल्ली में हुई हिंसा में उपद्रवियों ने जमकर गोलीबारी की थी. पुलिस को शक है कि ये दंगे सुनियोजित भी हो सकते हैं, क्योकि दंगो में अक्सर इस तरह से इतनी गोलियां नहीं चलती हैं. यही वजह है कि हिंसा की जांच कर रही टीम इस एंगल से भी जांच कर रही है. वहीं इतनी बड़ी संख्या में पिस्तौल का बरामद होना और साथ ही आरोपियों का 300 पिस्तौल का बेचने की बात कबूल करना कहीं ना कहीं दंगे की जांच में भी मदद कर सकता है.
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