CDS बिपिन रावत के निधन पर उत्तराखंड में तीन दिन का राजकीय शोक, मुख्यमंत्री बोले- जनरल का योगदान देश कभी नहीं भूलेगा
CDS Bipin Rawat Death: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने CDS बिपिन रावत के निधन को देश के लिए अपूरणीय क्षति बताया और कहा कि उत्तराखंड को अपने इस सपूत पर हमेशा गर्व रहेगा.
CDS Bipin Rawat Death: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हेलीकॉप्टर दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (CDS) जनरल बिपिन रावत के आकस्मिक निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए प्रदेश में तीन दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है. जनरल रावत के निधन पर प्रदेश में 9 से 11 दिसंबर तक तीन दिनों का राजकीय शोक रहेगा.
मुख्यमंत्री ने रावत के निधन को देश के लिए अपूरणीय क्षति बताया और कहा कि उत्तराखंड को अपने इस सपूत पर हमेशा गर्व रहेगा. यहां जारी अपने शोक संदेश में धामी ने जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और अन्य लोगों की मृत्यु पर गहरा दुख जताते हुए दिवंगत आत्माओं की शांति की प्रार्थना की. उन्होंने ईश्वर से शोक संतप्त परिजनों को यह दुख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की.
धामी ने रावत के आकस्मिक निधन को देश के लिए अपूरणीय क्षति बताते हुए कहा कि देश की सुरक्षा में उन्होंने महान योगदान दिया है. उन्होंने कहा, देश की सीमाओं की सुरक्षा एवं देश की रक्षा के लिए उनके द्वारा लिए गए साहसिक निर्णयों एवं सैन्य बलों के मनोबल को सदैव ऊंचा बनाये रखने के लिए उनके द्वारा दिये गये योगदान को देश सदैव याद रखेगा.
उन्होंने कहा कि उनके आकस्मिक निधन से उत्तराखंड की बड़ी क्षति हुई है और हम सबको अपने इस महान सपूत पर सदैव गर्व रहेगा. दिवंगत जनरल रावत उत्तराखंड के पौडी जिले के सैणा गांव के रहने वाले थे.
बुधवार को दिल्ली से तमिलनाडु गए थे रावत
बता दें कि एक स्पेशल एयरक्राफ्ट के ज़रिए बुधवार सुबह करीब 9 बजे जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत नौ लोग दिल्ली से रवाना हुए थे और करीब 11 बजकर 35 मिनट पर एयरफोर्स स्टेशन सुलूर पहुंचे थे. उसके बाद उन्होंने आगे के सफर के लिए वायुसेना के हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल किया. करीब 11 बजकर 45 मिनट पर दिल्ली से आए 9 लोग और पांच क्रू के सदस्य यानी कुल 14 लोग एयरफोर्स स्टेशन सुलूर से वेलिंगटन आर्मी कैंप के लिए हेलिकॉप्टर में बैठकर रवाना हुए. लेकिन वेलिंगटन आर्मी कैंप से करीब 16 किलोमीटर पहले ही हादसा हो गया. इसमें 14 में से 13 लोगों की मौत हो गई.