जम्मू-कश्मीर में ड्रग तस्करी करने वाले 3 नेटवर्क का भंडाफोड़, ड्रोन की मदद से करते थे डिलिवरी
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ड्रग्स तस्करी के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पॉलिसी के तहत कार्रवाई करते हुए तीन ड्रग तस्करी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने एक युवक को ड्रोन के साथ गिरफ्तार किया है.
Jammu Kashmir Police: जहां एक तरफ सरकार देश के युवाओं को भविष्य के जीवन के लिए ड्रोन तकनीक अपनाने के लिए प्रेरित कर रही है, वहीं कश्मीर से एक ऐसी घटना सामने आई है, जहां इस तकनीक का इस्तेमाल ड्रग्स बेचने-खरीदने के लिए इस्तेमाल हो रहा था. यह इस तरह का पहला मामला है जहां पुलिस के सामने टेक्नोलॉजी की मदद से ड्रग बेचने का मामला सामने आया है. यह नया तरीका तब सामने आया जब श्रीनगर के सफा कदल थाने पुलिस ने एक युवक को ड्रोन और एन्क्रिप्टेड ऐप सहित हाई टेक्नोलॉजी वाले गैजेटके साथ गिरफ्तार किया गया.
श्रीनगर में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ड्रग तस्करी के आरोप में तीन युवकों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से एक 12वीं का छात्र है जो ड्रोन का इस्तेमाल कर ड्रग बेचते समय पुलिस और खरीदार दोनों पर नजर रखता था. बाकी पकड़े गएं तस्करों में एक दक्षिण कश्मीर के अथवाजन और दूसरा श्रीनगर के सफा कदल का रहने वाला है.
तीन ड्रग तस्कर गिरफ्तार
श्रीनगर के उत्तरी इलाके के सुपरिटेंडेंट पुलिस शौकत डार के अनुसार, पुलिस ने तीन ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया है. जिसमें एक 19 वर्षीय 12वीं का छात्र है, जिसके कब्जे से बड़ी मात्रा में ओपिओइड और हाई टेक्नोलॉजी वाले ड्रोन के साथ गिरफ्तार किया है. आरोपी काफी समय से पुलिस के रडार पर था, लेकिन सबूतों के अभाव में उसे गिरफ्तार नहीं किया जा सका.
गिरफ्तारी पर SP ने क्या कहा?
SP ने कहा "घाटी में पहली बार एक हाई-एंड ड्रोन पकड़ा गया है, जिसका इस्तेमाल पुलिस और तस्कर के ग्राहकों की आवाजाही को ट्रैक करने के लिए किया जाता था और यह एक चिंताजनक बात है. आरोपी ग्राहक को खेप का स्थान बताने से पहले अपने पड़ोस में ड्रोन तैनात करता था. व्हाट्सएप कॉल के जरिए ग्राहकों को उस जगह पर ले जाता था, जहां खेप को ड्रोन की निगरानी में रखा जाता था. ड्रोन एक डीजेआई ड्रोन है, जिस की कीमत एक लाख रुपये से अधिक है".
श्रीनगर पुलिस ने 2.4 किलोग्राम हेरोइन किया बरामद
बता दें कि इस से पहले ड्रोन सरहद पर सीमा के दोनों ओर हथियार और ड्रग तस्करों द्वारा की तरफ इस्तेमाल हो रहा था, लेकिन पुलिस के अनुसार इस नए मामले ने पुलिस के सामने एक और चैलेंज खड़ा कर दिया है. कश्मीर घाटी में आतंकवाद के बाद ड्रग्स सुरक्षाबलों के लिए सबसे बड़ा चैलेंज बन चूका है. पिछले 48 घंटो में श्रीनगर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने दिल्ली से आए एक गाड़ी (अर्टिगा) जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर HR11N 7336 था, से 2.4 किलोग्राम हेरोइन और 2.86 किलोग्राम क्रिस्टल मेथ (एम्फेटामाइन) बरामद किया.
धड़ल्ले से बिक रहे बाजार में ड्रग्स
ड्रग्स कितनी बड़ी समस्या है, इस बात का अनुमान इससे भी लगाया जा सकता है कि पिछले 5 सालों में 700 किलोग्राम से ज्यादा की हेरोइन, कोकीन और ब्राउन शुगर जम्मू कश्मीर पुलिस के हाथ लगी है, जिसकी कीमत बाजार में 3500 करोड़ आंकी गई है. हालांकि इससे कई गुना ज्यादा ड्रग बाजार में बिक रहे हैं, जिसका सीधा ताल्लुक सरहद पार से चलाये जा रहे नार्को - टेरर मॉडल्स के साथ जोड़ा जा रहा है. 2019 में जम्मू-कश्मीर प्रशासन के एक सर्वे के अनुसार, लगभग 6 लाख लोग - केंद्र शासित प्रदेश की कुल आबादी का 4.5 प्रतिशत से अधिक (जनगणना 2011 के अनुसार) - नशे के आदी हैं. उनमें से 90 प्रतिशत 17से 33 साल के लोग पाए गए.
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