नई दिल्ली: भारतीय सेना में तीन विदेशियों के गलत तरीके से भर्ती होने की बात सामने आई है. यूपी की एटीएस टीम ने इस बात का खुलासा किया है, जिसके बाद पता चला कि ये तीनों विदेशी गोरखा रायफल्स में नौकरी कर रहे थे. इनमें से एक को गिरफ्तार कर लिया गया है बाकी दो की तलाश जारी है.


यूपी की एटीएस टीम को इस बात की जानकारी मिली थी कि वाराणसी में सेना की भर्ती में कुछ गड़बड़ी हुई है. इस भर्ती में कुछ विदेशियों को किसी और के पहचान पत्र पर नौकरी मिली है. जांच शुरू हुई तो तीन मामलों का पता चला, तीनों विदेशी 39 गोरखा रायफल्स में भर्ती हो गए थे. जांच में पता चला कि तीनों के चरित्र प्रमाण पत्र नकली हैं और यह भर्ती किसी दूसरे के पहचान पत्र पर की गई है.


इन विदेशियों में से एक शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया है. दिलीप गिरी के नाम से नौकरी कर रहे इस सिपाही का असली नाम विष्णु लाल भट्टराय है और यह नेपाल के बडान ज़िले का रहने वाला है. उसने यूपी के एटीएस टीम को बताया कि एक दलाल ने पांच लाख रुपये लेकर सेना में उसे नौकरी दिलाई थी. पुलिस उस दलाल के बारे में भी पता कर रही है.


यूपी एटीएस के आईजी असीम अरूण ने कहा, ''विष्णुलाल से पूछ-ताछ में कई बड़ी जानकारियां मिली हैं और हम इस मामले पर काम कर रहे हैं."


क्या ये एक बड़े नेटवर्क का काम है? इस पर भी जांच हो रही है. साथ ही सेना के सहयोग से अन्य आरोपियों की भी तलाश की जा रही है. ये दोनों इन दिनों सेना से छुट्टी पर चल रहे हैं.