नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली जैसे शहर में कथित तौर पर भूख से तीन बहनों की मौत पर सियासतदां सवालों के घेरे में है. कोई भी इस मौत की जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार नहीं है, लेकिन सियासत तेज है. सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप), भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस एक दूसरे पर निशाना साध रही है. बीजेपी ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री को शर्म आनी चाहिए. वहीं आप ने उपराज्यपाल पर राशन रोकने का आरोप लगाया है. वहीं कांग्रेस ने कहा कि उसके शासनकाल में कभी ऐसा नहीं हुआ.


दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री और आप नेता मनीष सिसोदिया ने कहा कि आज हम मंडावली जाकर पीड़ित परिवार से मिलेंगे. उन्होंने कहा कि भूख से मौत मामले की जांच मजिस्ट्रेट को सौंपी गई है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''मंडावली में तीन बच्चियों की मौत की घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं. यह परिवार दो दिन पहले ही मंडावली में एक मकान में रह रहे किराएदार के यहां मेहमान आया था. घटना के पहले से ही बच्चियों के मजदूर पिता काम पर गए थे जो लौटे नहीं हैं. मां भी पहले से मानसिक बीमार हैं.''





बीजेपी का हमला
मनोज तिवारी ने कहा कि यह दुख की बात है कि ऐसी घटना दिल्ली में हुई जहां की स्थानीय सरकार गरीबों को राशन वितरण में चैंपियन होने का दावा करती है. उन्होंने कहा , ‘‘इस घटना ने हमें अभिव्यक्त करने की सीमा से अधिक दुखी किया है, जो कि उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के विधानसभा क्षेत्र में हुई है.’’


उन्होंने कहा, ''देश की राजधानी दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार में आज भी आम आदमी की भूख के कारण मौत हो रही है. शर्म करो अरविंद केजरीवाल.''





वहीं आप नेता सौरभ भारद्वाज ने मौत के लिए उपराज्यपाल को इशारों-इशारों में जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने मनोज तिवारी पर पलटवार करते हुए कहा, ''आपकी जानकारी ग़लत है. केजरीवाल सरकार तो ग़रीबों के घर तक राशन पहुंचाना चाहती है, बीजेपी और एलजी उसे रोक रहे है. राशन ग़रीबों की मूलभूत ज़रूरत है. कितने ग़रीबों की जान लेकर बीजेपी जागेगी?''





बीजेपी-आप की इस लड़ाई पर कांग्रेस ने कहा कि उसके शासनकाल में कभी नहीं हुआ. दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन ने मिड-डे मिल, राशन कार्ड योजना और रोजगार को लेकर सवाल उठाए.





आपको बता दें कि दिल्ली के मंडावनी में एक घर में तीन नाबालिग बहनें बेहोश मिली थी. उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मौत का कारण 'भूख' हो सकता है. उन्होंने कहा कि लड़कियों का पिता लापता है. भुखमरी की नौबत आने पर वह कई दिनों से नौकरी तलाश रहा था.


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