पश्चिम बंगाल में पहले चरण के लिए 27 मार्च को विधानसभा की 30 सीटों पर वोटिंग होगी. इधर, वोटिंग से एक दिन पहले शुक्रवार को टीएमसी दफ्तर में बम विस्फोट के चलते तीन लोग घायल हो गए हैं. यह विस्फोट कोटुलपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बांकुड़ा के जोयपुर के तृणमूल कांग्रेस दफ्तर में हुआ है.
यहां पर दूसरे चरण में 1 अप्रैल को वोटिंग होनी है. स्थानीय लोगों को आरोप है कि देसी बम को पार्टी ऑफिस में लाकर जमा किया गया था, जिसके चलते यह विस्फोट हुआ है. जोयपुर की पुलिस मौके पर पहुंच चुकी है. पहले चरण की 30 सीटें आदिवासी बहुल पुरुलिया, बांकुरा, झारग्राम, पूर्वी मेदिनीपुर (भाग-1) और पूर्वी मेदिनीपुर (भाग-2) जिलों में फैली हुई हैं. इन क्षेत्रों को एक समय वाम दलों के प्रभाव वाला माना जाता था.
इन सीटों पर चुनाव प्रचार के दौरान सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख प्रतिद्वंद्वी बनकर उभरती दिख रही भाजपा के बड़े नेताओं ने पुरुलिया, झारग्राम और बांकुड़ा जिलों में रैलियों को संबोधित किया और ‘सोनार बांग्ला’ बनाने के लिए वास्तविक बदलाव लाने का वादा किया.
बंगाल में कब-कहां चुनाव?
पहले चरण के तहत राज्य के पांच जिलों की 30 विधानसभा सीटों पर 27 मार्च को, दूसरे चरण के तहत चार जिलों की 30 विधानसभा सीटों पर एक अप्रैल, तीसरे चरण के तहत 31 विधानसभा सीटों पर छह अप्रैल, चौथे चरण के तहत पांच जिलों की 44 सीटों पर 10 अप्रैल वोटिंग होगी.
पांचवें चरण के तहत छह जिलों की 45 सीटों पर 17 अप्रैल, छठे चरण के तहत चार जिलों की 43 सीटों पर 22 अप्रैल, सातवें चरण के तहत पांच जिलों की 36 सीटों पर 26 अप्रैल और आठवें चरण के तहत चार जिलों की 35 सीटों पर 29 अप्रैल को मतदान होगा.
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस पिछले 10 साल से सत्ता में है. इस बार भाजपा और अन्य विपक्षी दल उसे चुनौती दे रहे हैं. भाजपा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सत्ता से हटाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रखा है. पिछले विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को राज्य की 294 में से 211 सीटों पर विजय हासिल हुई थी जबकि भाजपा को महज तीन सीटों से संतोष करना पड़ा था. कांग्रेस को इस चुनाव में 44 सीट और माकपा को 26 सीट मिली थीं.
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