नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने तीन ऐसी महिलाओं को गिरफ्तार किया है, जो बेकसूर लोगों के खिलाफ छेड़खानी या यौन उत्पीड़न का झूठा मामला दर्ज करवाकर उनसे मोटी रकम वसूलती थीं. आरोपियों में से दो सगी बहने हैं और दोनों ही तलाकशुदा है. दोनों मिलकर इस पूरे रैकेट को चला रही थी. ये तीनों महिलाएं किसी ऐसे व्यक्ति को चुनते, जो मोटी रकम देने में सक्षम हो और फिर उसके खिलाफ यौनाचार का झूठा मामला दर्ज करवा देते थे. बाद में मामला वापस लेने के नाम पर उस व्यक्ति से लाखों रुपये वसूल करत थे.


क्या है मामला?


वेस्ट डिस्ट्रिक्ट की डीसीपी उर्विजा गोयल ने बताया कि 7 अप्रैल को 25 साल की एक युवती किरण ने राजौरी गार्डन थाने में एक बुजुर्ग के खिलाफ छेड़खानी का मामला दर्ज करवाया था. युवती का आरोप था कि टैगोर गार्डन में रहने वाले 61 साल के एक वृद्ध ने उसके साथ छेड़खानी की है. शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज किया.


हालांकि शिकायतकर्ता युवती के बयानों में विरोधाभास के चलते पुलिस ने उससे सख्ती से पूछताछ की, जिसमें उसने खुलासा किया कि उसने बुजुर्ग के खिलाफ झूठा मामला दर्ज करवाया है. उसके साथ किसी तरह की कोई छेड़खानी नहीं हुई है. उसने यह सब पूनम और सोनिया नामक दो महिलाओं के कहने पर किया है, जो इस बुजुर्ग से केस वापस लेने के नाम पर 10 लाख रुपये की रकम वसूलने की तैयारी में थी. युवती ने दिल्ली महिला आयोग की काउंसेलर के सामने भी यही बयान दिया. पूनम और सोनिया बहने हैं और दोनों ही तलाकशुदा हैं.


दोनों बहनें जयपुर फरार


पुलिस के अनुसार इस पूरे रैकेट का पर्दाफाश होने के बाद जब पूनम और सोनिया की तलाश के लिए पुलिस अलर्ट हुई तो मालूम चला कि दोनों बहनें जयपुर फरार हो गई है. उन्होंने अपने मोबाइल नंबर भी बदल दिए हैं. इस बीच पुलिस को अपने खुफिया नेटवर्क से दोनों की जानकारी मिली और पुलिस ने तुरंत एक टीम जयपुर के लिए रवाना कर दी.


पुलिस ने रघुवीर नगर के आसपास के 150 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों को खंगाला ताकि दोनों आरोपी महिलाओं का सुराग लग सके. इसके अलावा आईएसबीटी के नजदीक बस स्टैंड की भी सीसीटीवी फुटेज खंगाली गई. जयपुर बस स्टैंड की भी सीसीटीवी फुटेज खंगाली गई. इतना ही नहीं, 100 से ज्यादा बस और कैब ड्राइवरों से भी दोनों बहनों के हुलिए की जानकारी के आधार पर सुराग तलाशने का प्रयास किया गया. हालांकि पुलिस को इस पूरी एक्सरसाइज से कोई सुराग हाथ नहीं लगा.


इस बीच पुलिस को एक व्यक्ति मिला जो दोनों महिलाओं का ही जानकार था. उससे पूछताछ करने पर पुलिस को दोनों महिलाओं का सुराग हाथ लग गया और उन्हें दिल्ली लाया जा सका. दोनों बहनों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस का कहना है कि पूनम और सोनिया मिलकर शिकार की तलाश करते हैं और अपनी तीसरी साथी किरण से झूठा आरोप लगवाकर बेकसूर व्यक्ति को फंसवाते हैं.


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