नई दिल्ली: आज 16 मई है और इतिहास के पन्नों में आज की ये तारीख दर्ज हो चुकी है. तीन साल पहले आज ही के दिन लोकसभा चुनाव के नतीजों का एलान हुआ था. तीन साल पहले आज ही दिन देश की जनता ने फैसला दिया था कि नरेंद्र मोदी अगले पांच साल के लिए देश के प्रधानमंत्री होंगे. तीस साल बाद मोदी के नेतृत्व में किसी पार्टी को पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने का जनादेश मिला था.


पूरी कहानी: 16 मई 2014 को क्या हुआ था?


2014 लोकसभा चुनाव नरेंद्र मोदी के करिश्मे का गवाह रहा था. वोटों की गिनती शुरू होने से पहले न्यूज चैनलों पर इसी बात पर चर्चा हो रही थी कि क्या नरेंद्र मोदी कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार की जगह लेंगे या नहीं. सुबह के 8 बजे थे. वोटों की गिनती शुरू हो गई. देखते ही देखते मतगणना के रुझान आने लगे. सुबह 8 बज कर 49 मिनट हुए थे.


चुनाव आयोग के ताजा रुझान के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी 16 सीटों पर जबकि कांग्रेस नौ पर आगे थी. अभी 8 बजकर 57 मिनट हुए थे कि बीजेपी की बढ़त 40 सीटों पर पहुंच गई जबकि कांग्रेस सिर्फ 19 पर थी. ठीक सात मिनट बाद सुबह 09:04 मिनट- बीजेपी की बढ़त 60 पर पहुंच गई. सुबह 9 बजकर 13 मिनट. ठीक 9 मिनट बाद ही बीजेपी की बढ़त 80 पर पहुंच गई जबकि कांग्रेस 28 पर आगे थी.


वोटों की गिनती का काम तेजी से चल रहा था उसी दौरान भारतीय मुद्रा रुपया दस महीने के सबसे ऊपरी स्तर पर 42 पैसे की मजबूती के साथ एक अमरीकी डॉलर के मुकाबले 58.88 पर पहुंच गया. शुरुआती रुझान में बीजेपी तेजी से बढ़त बनाए जा रही थी और इसका असर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के सेंसेक्स में बढ़त के साथ दिखने लगा. सेंसेक्स करीब एक हजार अंक का उछाल मार चुका था.


इधर वोटों की गिनती में बीजेपी का आंकड़ा तेजी से बदल रहा था. पल-पल में आंकड़े नरेंद्र मोदी के पक्ष में जा रहे थे. देखते ही देखते ये साफ हो गया कि भारत का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा.


दोपहर के 12 बजकर 20 मिनट हो रहे थे. तभी बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने ट्विट किया - ''India has won! भारत की विजय. अच्छे दिन आने वाले हैं.'' कुछ ही पलों में नरेंद्र मोदी का ये ट्वीट भारत में सबसे अधिक रिट्वीट होने वाला ट्वीट बन गया.


वोटों की गिनती लगभग खत्म हो रही थी. पहली बार किसी गैर कांग्रेस पार्टी को बहुमत मिला. 30 साल बाद एक पार्टी को 272 से ज्यादा सीटें मिलीं. बीजेपी की अगुवाई वाला एनडीए 331 के आंकड़े को छू रहा था. भारत के चुनाव के इतिहास में पहली बार कांग्रेस 50 से भी कम सीटों पर सिमट गई. इस जीत की कामयाबी का सेहरा नरेंद्र मोदी के सिर पर बांधा जा रहा था लेकिन बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी इस जीत को किसी और ही नजर से देख रहे थे.


अपनी मां से मिलने के बाद नरेंद्र मोदी अहमदाबाद के बीजेपी दफ्तर पहुंचे जहां स्वागत करने वालों की भीड़ लगी हुई थी. पार्टी दफ्तर में मोदी ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को जीत की बधाई दी. इस बीच खबर आई कि नरेंद्र मोदी शाम में वडोदरा जाकर जनता को धन्यवाद देंगे. मोदी दो जगह से चुनाव लड़े थे. एक वाराणसी सीट से और दूसरा वडोदरा से. मोदी को दोनों जगह से भारी जीत मिली थी.



एक तरफ उत्सव का माहौल था तो दूसरी तरफ कांग्रेस के मुख्यालय में सन्नाटा पसरा था. ऐसी खामोशी कि कांग्रेस के 24 अकबर रोड दफ्तर पर पंक्षियों के कलरव को भी सुना जा सकता हो.


दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह अपने बड़े नेताओं के साथ पार्टी मुख्यालय 11 अशोक रोड पहुंचे. राजनाथ सिंह ने बड़े गर्व के साथ एलान किया कि भारतीय जनता पार्टी भारत के इतिहास की पहली ऐसी पार्टी बन गई है जिसने अपना राजनीतिक कद कांग्रेस से बड़ा कर लिया है. दूसरी तरफ राहुल गांधी सामने आए और हार के लिए खुद को जिम्मेदार बताया. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा, ''कांग्रेस ने नीतियों के आधार पर विरोधियों का सामना किया. वो समर्थन नहीं मिला जिसकी आशा कर रहे थे.मानते हैं कि लोकतंत्र में हार-जीत होती रहती है. जनादेश स्पष्ट रूप में पार्टी के ख़िलाफ़ है.''


इस बीच समाचार वेबसाइट हफ़िंग्टन पोस्ट ने अपने ब्रितानी संस्करण में मोदी की जीत पर लिखा- हिंदू राष्ट्रवादी भारत की सत्ता पर काबिज हो गए हैं और किसी समय अपने कट्टरपंथी विचारों के कारण ब्रितानी वीजा न पाने वाला व्यक्ति अब सवा अरब लोगों के देश का प्रधानमंत्री होगा. विवादित नेता नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी पूर्ण बहुमत की ओर बढ़ रही है.


वडोदरा में मोदी ने अपनी भारी जीत के लिए पूरे देश की जनता को न सिर्फ धन्यवाद दिया बल्कि ये भी बताने की कोशिश की कि नई सरकार की क्या दशा और दिशा होगी. मोदी ने कहा, ''देश की जनता ने आज तिहरा शतक लगाया है. एनडीए को तीन सौ से ज़्यादा सीटें दी हैं. देश की जनता का मैं बहुत आभारी हूँ.''


नरेंद्र मोदी ने कहा, ''परिश्रम करने की मेरी प्रतिबद्धता है इसमें देश पर किसी को शक है क्या? हम तो मज़दूर नंबर वन हैं भाई. आने वाले 60 महीनों में इस देश को मेरे जैसा मज़दूर नहीं मिलेगा. अब तक देश के चुनावों का नेतृत्व उन लोगों के पास था जो आज़ाद हिंदुस्तान में पैदा नहीं हुए थे...ये पहला चुनाव है जिसका नेतृत्व आज़ादी के बाद पैदा हुआ लोगों के हाथ में था. नरेंद्र मोदी इस बात की चर्चा करना नहीं भुले.


वडोदरा के कार्यक्रम के खत्म होने के बाद नरेंद्र मोदी अहमदाबाद के लिए रवाना हो गए. अहमदाबाद में मोदी के स्वागत के लिए भव्य व्यवस्था की गई थी. नरेंद्र मोदी जब अहमदाबाद पहुंचे तब रात हो चुकी थी. जिस मंच पर मोदी का स्वागत किया जाना था वहां भारी भीड़ जुटी हुई थी. मंच के सामने लाखों की संख्या में लोग अपने नेता की झलक पाने के लिए इंतजार कर रहे थे. अहमदाबाद पहुंचते ही मोदी ने कहा कि इस चुनाव ने आधुनिक भारत का शिलान्यास कर दिया है.



नरेंद्र मोदी अपनी चुनावी सभाओं में अपने बचपन की गरीबी का अक्सर जिक्र किया करते थे. मोदी ने एक बार फिर लोकतंत्र की ताकत की याद दिलाई. उन्होंने कहा कि ये लोकतंत्र में ही मुमकीन है कि कोई चाय बेचने वाला देश का प्रधानमंत्री बन सकता है.


भारतीय लोकतंत्र के इतिहास की इस यादगार शाम का जब लोग गवाह बन रहे थे उस समय अमेरिका में सुबह हो रही थी. दुनिया के जाने-माने अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने लोकसभा चुनाव परिणाम को प्रमुखता से अखबार में जगह दिया. न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा कि भारत के मतदाताओं ने भ्रष्टाचार और धीमी पड़ी अर्थव्यवस्था का जवाब अपने जोरदार मतों से दिया है.


रात गहरी होने वाली थी. कांग्रेस नेता शशि थरूर ने ट्वीट किया, ''इससे पहले कि देर हो जाए, मैं नरेंद्र मोदी और भाजपा को इस हैरान करने वाली जीत के लिए बधाई देता हूं.'' एक संदेश बॉलीवुड के बादशाह खान का आया. शाहरुख खान ने लिखा, ''जनता ने क्या जबरदस्त बहुमत दिया है. ये एक बार और साबित होता है कि बदलाव ही स्थाई है... अब मज़बूती के साथ आगे बढ़ते रहना है.''


16 मई 2014 खत्म हो रहा था. भारतीय लोकतंत्र के इतिहास के पन्नों पर ये दिन अहम घटनाओं वाले दिनों में शामिल हो गया.....