आम आदमी का 1000 करोड़ रुपया ठगने के आरोप में प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने गुरु राधवेंद्र सहकारी बैंक नियमिता के अध्यक्ष के. रामकृष्ण को गिरफ्तार किया है. कोर्ट ने रामकृष्ण को पूछताछ के लिए 4 दिन की ईडी रिमांड पर भेजा है. प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) के एक आला अधिकारी के मुताबिक यह मुकदमा 29 जून 2020 को कर्नाटक पुलिस (Karnataka Police) द्वारा दर्ज विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत दर्ज की गई एफआईआर (FIR) के आधार पर किया गया था.


प्रवर्तन निदेशालय ने यह मामला मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (Money Laundering Act) के तहत दर्ज किया था. इस मामले में आरोप था कि बैंक के अधिकारियों और कर्मचारियों ने आम जनता द्वारा बैंक में जमा कराए गए पैसे को बैंक से बाहर भेज दिया. बैंक में आम जनता को यह लालच दिया था कि जो उनके बैंक में पैसे जमा कर आएगा उसे ज्यादा ब्याज दिया जाएगा. यह ब्याज रेट मार्केट में चल रहे ब्याज रेट से बहुत ज्यादा था.


लालच के चलते अनेक लोगों ने इस बैंक में अपने पैसे जमा कराएं जिसके बाद बैंक के लोगों ने अपने-अपने फर्जी खाते खोलकर बैंक से उनमें लोन ले लिया उसके बाद इस पैसे को बैंक से बाहर भेज दिया गया. इसके अलावा कुछ बाहरी लोगों वह भी बिना किसी जांच पड़ताल और सुरक्षा के लोन दिए गए. जिसके चलते आम आदमी का पैसा डूब गया.


प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले की जांच के दौरान आरोपियों की 45 करोड़ रुपए की संपत्ति जप्त की थी. बैंक के अध्यक्ष को आज गिरफ्तार करने के बाद बैंगलोर की विशेष अदालत के सामने पेश किया गया जहां से उसे पूछताछ के लिए 4 दिन की ईडी हिरासत में भेजा गया है मामले की जांच जारी है.


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