असम के काजीरंगा में बाढ़ से बचने के लिए बाघ ने लिए एक बकरी के शेड में सहारा, वीडियो वायरल
भारी बारिश के कारण असम का काजीरंगा टाइगर नेशनल पार्क बाढ़ की चपेट में है. काजीरंगा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ है. इस वीडियो में एक बाघ को बाढ़ के पानी में अपनी जान बचाने के लिए जूझते हुए देखा जा सकता है.
नई दिल्लीः असम का काजीरंगा टाइगर नेशनल पार्क इन दिनों बाढ़ की चपेट में है. यहां भारी बारिश के कारण काजीरंगा का ज्यादातर हिस्सा जलमग्न हो गया है. जिसके कारण नेशनल पार्क में रहने वाले सभी जानवर काफी मुश्किल में दिख रहे हैं. हाल ही में काजीरंगा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ है. इस वीडियो में एक रॉयल बंगाल टाइगर को बाढ़ के पानी में अपनी जान बचाने के लिए जूझते हुए देखा जा सकता है.
जब बकरी शेड में लिया सहारा
असम के काजीरंगा नेशनल पार्क का 95 प्रतिशत हिससा मौजूदा समय में बाढ़ की चपेट में है. जिसके कारण पार्क में रह रहे वन्यजीव अपनी जान बचाने के लिए ऊंची जगहों पर जा रहे हैं. ऐसा ही एक नजारा नेशनल पार्क के किनारे एक गांव के घर में देखने को मिला है. यहां एक बाघ बाढ़ के पानी से बचने के लिए घर में बकरियों के लिए बने शेड में छिप जाता है, लेकिन बाढ़ का पानी बढ़ने के कारण वायरल हो रहे वीडियो में उसे जूझते हुए देखा गया. उसका पूरा शरीर पानी में डूबा हुआ है.
A sub adult tiger has entered inside a goat shed in Kandolimari Village (Agartoli Range) to escape flood. Committee is constituted to monitor the situation on regular basis. Utmost care is being taken to ensure safety of both people and Tiger. @ParimalSuklaba1 @GolaghatPolice pic.twitter.com/kBV7uvtK57
— Kaziranga National Park & Tiger Reserve (@kaziranga_) July 13, 2020
बचाने के प्रयास जारी
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में 430 वर्ग किलोमीटर जंगल जो बाघों, हाथियों और लुप्तप्राय भारतीय गैंडों का घर है. इसका के 95 प्रतिशत से अधिक हिस्सा बारिश के कारण आई बाढ़ से प्रभावित है. जिसके कारण जंगल में रह रहे वन्यजीव खतरे में पड़ते दिख रहे हैं. ऐसे में पार्क के निदेशक पी शिवकुमार ने कहा, "बाघ को बचाने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं. नियमित रूप से स्थिति की निगरानी के लिए एक समिति का गठन किया गया है."
पहले भी चलाए गए अभियान
पार्क के निदेशक पी शिवकुमार का कहना है कि इस सीज़न से पहले एक अन्य बाघ को बाढ़ से बचाया गया था और उसे पार्क के एक ड्रायर सेक्शन में छोड़ा गया था. नवीनतम जनगणना के अनुसार, काजीरंगा में लगभग 118 बाघ हैं. पिछले साल घर में घुसे बाघ को डब्ल्यूटीआई (वाइल्डलाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया) ने असम के वन अधिकारियों के साथ काम करते हुए बचाया था.
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