अयोध्याः श्री राम मंदिर भूमि पूजन के लिए अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था के जबरदस्त प्रबंध किए गए हैं. आज अयोध्या में दोपहर 12 बजे के बाद मंदिर का शिलान्यास होगा और इसके साथ ही निर्माण कार्य शुरू होगा. इस ऐतिहासिक अवसर के लिए अयोध्या में 175 विशेष मेहमान जुट रहे हैं, जिनमें सबसे बड़ा नाम हैं- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. पीएम मोदी करीब 3 घंटे के तक अयोध्या में रहेंगे और ऐसे में उनकी सुरक्षा व्यवस्था पूरे प्रशासन के लिए सबसे अहम है.
अयोध्या में 3 अगस्त से ही पूजन कार्यक्रम शुरू हो चुका था और आज इस कार्यक्रम का सबसे अहम दिन है. ऐसे में अयोध्या नगरी को एक तरह से किले में तब्दील कर दिया गया है. हजारों सुरक्षाकर्मी इस अहम दिन को बिना किसी घटना के सकुशल पूरा करवाने के लिए तैनात किए गए हैं.
SPG के हाथों में सुरक्षा व्यवस्था, बॉर्डर किए गए सील
जानकारी के मुताबिक, अयोध्या में कड़ी सुरक्षा है और सघन चेकिंग भी की जा रही है. इसके लिए पूरे शहर में 75 चेकपोस्ट बनाए गए हैं, जहां सभी की तलाशी ली जा रही है. शहर में किसी भी बाहर वाले के आने पर पाबंदी है और स्थानीय लोगों से भी घर में ही रहने की अपील मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही कर चुके हैं. शहर की बॉर्डर पहले ही सील की जा चुकी हैं.
इस कार्यक्रम में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, सीएम योगी आदित्यनाथ समेत कई बड़े साधु-संत भी अयोध्या में जुट रहे हैं. इसलिए सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद है. खास तौर पर प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम में शामिल होने के कारण प्रोटोकॉल के तहत पूरी सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा एसपीजी ने अपने हाथों में लिया है. पीएम को 3 सुरक्षा परतों से कवर किया जाएगा, जिसमें एसपीजी, यूपी पुलिस और एनएसजी कमांडो तक शामिल हैं.
मेहमानों के आमंत्रण पत्र पर विशेष कोड
इसके साथ ही कोई बिन बुलाया मेहमान अयोध्या में न पहुंच जाए, इसके लिए मेहमानों को जारी किए गए आमंत्रण पत्र में विशेष सुरक्षा कोड लगाया गया, जिसे एक मशीन पर सिर्फ एक बार ही स्वाइप किया जा सकता है. इसके साथ ही इस कार्ड में सीरियल नंबर भी हैं, जिनका ब्यौरा सुरक्षा कर्मियों के पास भी है. वो इसे चेक करने के बाद ही किसी को भी आगे बढ़ने की इजाजत देंगे. इतना ही नहीं, इन आमत्रण पत्रों को सिर्फ एक बार ही इस्तेमाल किया जा सकता है.
इसके अलावा किसी भी मेहमान को मोबाइल या कैमरा जैसे सामान ले जाने की इजाजत नहीं है. साथ ही किसी भी मेहमान को अलग से व्हीकल पास नहीं दिया जाएगा, बल्कि पार्किंग स्थल से उन्हें पैदल ही कार्यक्रम स्थल तक जाना होगा.
कोरोना से बचाव के लिए उठाया गया अहम कदम
हालांकि, सिर्फ किसी घटना को लेकर ही सुरक्षा कड़ी नहीं है, बल्कि मौजूदा हालात में सबसे बड़ा खतरा बने कोरोना वायरस को लेकर भी सतर्कता बरती गई है. हाल ही में भूमि पूजन से जुड़े पुजारी और सुरक्षाकर्मी संक्रमित पाए गए थे, जिसके बाद इसको लेकर ज्यादा एहतियात रखी जा रही है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूपी पुलिस ने पीएम को कोरोना के खतरे से बचाने के लिए उनके करीबी सुरक्षा में 150 ऐसे पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है, जो हाल ही में कोरोना से जंग जीतकर आए हैं. पुलिस के मुताबिक, ऐसा इसलिए किया गया है, क्योंकि इन पुलिसकर्मियों के शरीर में कोरोना की एंडीबॉडीज विकसित हो गई हैं और अब कुछ समय तक न तो उनमें संक्रमण का खतरा है और न ही उनसे संक्रमण फैलने का खतरा है. इसलिए ऐसे पुलिसकर्मियों को पीएम के सबसे करीब रखा गया है.
इतना ही नहीं, कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे मेहमानों का भूमि पूजन स्थान में पहुंचने से पहले ही कोरोना टेस्ट होगा. ये सभी टेस्ट रैपिड एंटीजन टेस्टिंग के जरिए होगा, ताकि सिर्फ 15 मिनट में नतीजा मिल जाए. इसके बाद ही किसी भी मेहमान को अंदर जाने दिया जाएगा.
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