नई दिल्ली: निर्भया केस के चारों दोषियों को फांसी पर लटकाने के लिए तिहाड़ जेल प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है. इसके लिए जेल के अंदर बैठकों का सिलसिला लगातार जारी है. एक तरफ इस मामले मे जहां कानूनी लड़ाई जारी है वहीं, चारों आरोपियों पर भी विशेष निगाह रखी जा रही है जिससे उनकी तबीयत न बिगड़े. खबरों के मुताबिक तिहाड़ जेल में एक ही तख्ते पर इन चारों दोषियों को फांसी के फंदे पर लटकाया जाएगा. हालांकि, अभी इन मुद्दों पर अंतिम फैसला होना बाकी है.
बता दें कि निर्भया केस के चारों आरोपी दिल्ली के तिहाड़ जेल में ही बंद हैं. इस मामले के चारों आरोपी में से तीन आरोपी जेल नंबर दो में बंद हैं जबकि एक आरोपी जेल नंबर चार में हैं. जेल सूत्रो का कहना है कि राष्ट्रपति के यहां से इन दोषियों की दया याचिका खारिज होते ही इन्हें फांसी पर लटका दिया जाएगा.
तिहाड़ का फांसी घर
तिहाड़ के जेल नंबर तीन में ही फांसीघर है. ये घर बहुत छोटे हैं और यह बिल्कुल काल कोठरी की तरह रहता है. तिहाड़ जेल का इतिहास बताता है कि इस जेल में आज तक दो से ज्यादा लोगों को कभी भी एक साथ फांसी पर नहीं चढ़ाया गया है. साल 1982 -83 में हुए संजय गीता चोपडा हत्याकांड के आरोपियो रंगा बिल्ला को एक साथ फांसी पर चढ़ाया गया था यह पहला मौका है जब चार लोगों को एक साथ फांसी दिए जाने की बात की जा रही है लिहाजा जेल प्रशासन इस मामले में पूरी तरह से सजग है और विचार विमर्श कर रहा है.
बता दें कि तिहाड़ जेल की तीन नंबर जेल में स्थित इस फांसी घर का कुंआ लगभग 15 फुट गहरा है और इसकी चौड़ाई लगभग दस फुट है. जेल के जानकारों का मानना है कि जेल प्रशासन निर्भया के चारों आरोपियो को एक साथ एक ही तख्ते पर फांसी चढ़ाने के लिए भी विचार विमर्श कर रहा है क्योंकि फांसी देने के लिए मात्र दो फुट की जगह चाहिए होती है.
जल्लाद की कमी न हो इसके लिए किए जा रहे इंतजाम
तिहाड़ जेल सूत्रों के अनुसार इस मामले में जेल प्रशासन दूसरे राज्यों के जेल प्रशासन से संपर्क में है. तिहाड़ जेल प्रशासन की कोशिश ये है कि फांसी के समय जल्लाद की कमी न रह जाए. फांसी दिए जाने के पहले होने वाली ट्रायल भी पूरी तरह से की जा सके और चारों को एक साथ फांसी देने में कोई परेशानी ना आए इसके लिए सावधानी के साथ तैयारी की जा रही है.
जेल के एक आला अधिकारी ने एबीपी न्यूज से कहा कि आरोपियों की कानूनी लडाई के बाद, हम दोषियों को फांसी देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. सूत्रों के मुताबिक जरूरत पड़ने पर जेल प्रशासन इस केस के दोषियों का मानसिक काउंसिलिंग भी करा सकता है.
यह भी पढ़ें-
सर्दी में सीमा पर आतंकियों की घुसपैठ कराना चाहता है पाक, BSF की तैयारी के आगे सारी कोशिशें फेल
हिंदुस्तान का 'अमित' अध्याय: गृह मंत्रालय का 'सरदार', बड़ा ही असरदार
भारत के विरोध के माना चीन, अब किसी भी देश की सीमा में जहाज भेजने से पहले लेगा परमिशन