Sonali Phogat: सोनाली फोगाट मर्डर केस में आरोपियों का कबूलनामा, हुए चौंकाने वाले खुलासे
Sonali Phogat Murder Complaint Copy: अंजुना पुलिस स्टेशन में 23 अगस्त को सेंट एंथोनी अस्पताल से डॉक्टर का एक फोन आया. अस्पताल ने पुलिस को बताया कि एक महिला को संदिग्ध हालात में मृत लाया गया है.
Sonali Phogat Murder Case: टिकटॉक स्टार (Tik Tok Star) सोनाली फोगाट (Sonali Phogat) की 23 अगस्त को मौत की खबर सामने आई थी. लोग हैरान थे कि आखिर कैसे एक हंसता हुआ चेहरा अचानक से इस दुनिया से चला गया. फिर सोनाली के मर्डर की कहानी सामने आई. उनकी हत्या का आरोप उनके सहयोगियों पर ही लगा. मर्डर केस (Sonali Phogat Murder Case) में सबसे पहले गोवा (Goa) में अंजुना पुलिस स्टेशन (Anjuna Police Station) में तैनात इंस्पेक्टर प्रशाल की शिकायत के आधार पर ही मामला दर्ज किया गया और सधीर सांगवान (Sudhir Sangwan) और सुखविंदर (Sukhvinder) का कबूलनामा भी शामिल है.
एबीपी न्यूज़ को शिकायत की कॉपी हाथ लगी है. इसके मुताबिक, अंजुना पुलिस स्टेशन में 23 अगस्त को 9 बजकर 22 मिनट पर सेंट एंथोनी अस्पताल से चिकित्सा अधिकारी का एक फोन आया. अस्पताल ने अंजुना पुलिस को सूचित किया कि सेंट एंथोनी अस्पताल में एक महिला को संदिग्ध हालात में मृत लाया गया है. इस संबंध में जानकारी दर्ज की गई और पीएसआई फ्रांसिस्को जेवियर, पीएसआई साहिल वारंग अन्य पुलिस कर्मचारियों के साथ सेंट एंथोनी अस्पताल पहुंचे.
पुलिस को सेंट एंथोनी अस्पताल में पूछताछ करने पर पता चला कि मृतक सोनाली फोगट को सुधीर पाल सांगवान और सुखविंदर सिंह नाम के 2 शख्स वेगाटोर इलाके के लियोनी रिज़ॉर्ट से सेंट एंथोनी अस्पताल लेकर पहुंचे थे.
पुलिस की कहानी सिलसिलेवार ढंग से
- जिसके बाद सुधीर पाल सांगवान और सुखविंदर सिंह से पूछताछ करने पर पता चला कि 22 अगस्त को सोनाली फोगाट, सुधीर पाल और सुखविंदर फ्लाइट से गोवा आए थे और होटल ग्रांड लियोनी रिज़ॉर्ट में ठहरे थे.
- उसी दिन लगभग 11 बजकर 30 मिनट पर तीनों कर्लीज़ बीच गए.
- यह भी पता चला कि, जब वे कर्लीज़ बीच शेक पर थे, तो सोनाली फोगट को बेचैनी महसूस हुई तो सुधीर पाल उन्हें 2 बजकर 30 मिनट पर पहले महिला टॉयलेट में ले गए, जहां उन्हें उल्टी हुई.
- कुछ देर बाद वो वापस आयी और फिर से डांस करने लगी, उसके बाद फिर से कुछ देर बाद उनकी ताबियत खराब होने लगी तो 4 बजकर 30 मिनट पर सुधीर सांगवान उन्हें महिला टॉयलेट में ले गए, जहां सोनाली ने सुधीर को बताया कि वो टॉयलेट में बैठी हैं क्योंकि खुद खड़ी नहीं हो पा रही हैं और न ही ठीक से चलने के काबिल हैं और जिसके बाद वो कुछ देर वहीं टॉयलेट में सो गई.
- इसके बाद सुबह 6 बजे सुधीर और सुखविंदर दो और लोगों की मदद से सोनाली को कर्लीज बीच शैक के पार्किंग एरिया में ले गए, जहां से उन्हें होटल ग्रैंड लियोनी रिज़ॉर्ट ले जाया गया. होटल में सोनाली की हालत बिगड़ने लगी और तो उसे सेंट एंथोनी अस्पताल, अंजुना गोवा में लेकर गए, जहां इलाज के दौरान सोनाली को मृत घोषित कर दिया गया.
- इसके बाद मृतका सोनाली के शव का पंचनामा भर जीएमसी मुर्दाघर में रखा गया. ठीक उसी दिन जानकारी मिलते ही सोनाली के भाई रिंकू ढाका हरियाणा से परिवार के अन्य सदस्यों के साथ गोवा पहुंच गए.
- इसके बाद 25 अगस्त को सोनाली फोगाट के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया. 2 डॉक्टर के पैनल ने शव का पोस्टमार्टम किया. पता चला कि सोनाली के शरीर पर कई Blunt Force Injuries भी हैं. ऑटोप्सी रिपोर्ट सोनाली फोगाट के भाई रिंकू फोगाट को सौंप दी गई.
सुधीर और सुखविंदर के खिलाफ मुकदमा दर्ज
पीड़ित परिवार की शिकायत पर अंजुना पुलिस ने तुरंत सुधीर सांगवान और सुखविंदर सिंह के खिलाफ धारा 302 के तहत कत्ल का मुकदमा दर्ज किया. ये मुकदमा सोनाली के भाई रिंकू फोगाट की शिकायत पर दर्ज किया गया. मुकदमा दर्ज करते ही पुलिस ने सुधीर और सुखविंदर दोनो को अंजुना पुलिस स्टेशन पूछ्ताछ के लिए बुलाया.
पुलिस के सामने सुधीर का कबूलनामा
पूछताछ के दौरान सुधीर पाल सांगवान ने यह कहते हुए अपराध कबूल कर लिया है कि गोवा पहुंचने के बाद वो सुखविंदर सिंह के साथ सोनाली फोगाट को पार्टी करने के बहाने गोवा के अंजुना में कर्ली रेस्तरां ले गया और वहां उसने एक ड्रिंक में जानलेवा नशीला पदार्थ मिलाकर जबरदस्ती सोनाली फोगाट को पिला दिया. सुधीर ने ये भी खुलासा किया कि, सुखविंदर सिंह ने वो नशीला पदार्थ (MDMA) हासिल करने में उसकी मदद की थी, बाद में पूछ्ताछ के दौरान ये बात सुखविंदर सिंह ने कबूल भी की.
वो ड्रिंक पीने के बाद सोनाली रेस्तरां में असहज महसूस करने लगी, उसकी ताबियत अचानक से बिगड़ने लगी. बाद में उसे सुधीर पाल सांगवान और सुखविंदर सिंह होटल ग्रांड लियोनी रिज़ॉर्ट ले गए और फिर सेंट एंथोनी अस्पताल ले गए जहां सोनाली को मृत घोषित कर दिया गया.
सीसीटीवी फुटेज की जांच
अंजुना पुलिस ने जांच के दौरान कर्लीज रेस्तरां की सीसीटीवी रिकॉर्डिंग की जांच की जिसमे साफ दिख रहा था कि सुधीर सोनाली को जबरदस्ती ड्रिंक के बहाने नशीला पदार्थ (MDMA) पिला रहा है. इसके बाद 26 अगस्त को अंजुना पुलिस ने सुधीर उर सुखविंदर को सोनाली के कत्ल के आरोप में गिरफ्तार कर किया.
रिजॉर्ट में ड्रग्स का सेवन
इसके बाद सुधीर पाल से दिनेश और सुदेश की मौजूदगी में सख्ती से पूछताछ की गई तो आरोपी सुधीर पाल सांगवन ने खुलासा किया कि 22 अगस्त को वो खुद, सोनाली फोगट और सुखविंदर गोवा आए और ग्रैंड लियोनी रिज़ॉर्ट में रुके, जहां उन्होंने होटल के रूम बॉय की मदद से एमडीएमए नाम की ड्रग खरीदी. इसके लिए दोनों ने 5 हजार और 7 हजार का भुगतान किया, यानी ड्रग्स 2 बार खरीदी गई. पहले तीनों ने अपने होटल के कमरे में एमडीएमए ड्रग का सेवन किया और फिर कर्लीज बीच के लिए रवाना हुए.
कर्लीज बीच क्लब में ड्रग्स का सेवन
आरोपी सुधीर पाल ने ये भी बताया कि उसने एक खाली पानी की बोतल में एमडीएमए ड्रग्स डाला और उसे अपने साथ कर्लीज बीच क्लब में ले गया है. साथ ही, बाकी बची हुई एमडीएमए दवा पैकेट में रखी जिसे उसने अपनी पैंट की जेब में रखा. सुधीर ने ये भी खुलासा किया कि कर्लीज बीच पर भी ड्रिंक में MDMA ड्रग मिलाया, जिसे तीनों ने वहां पिया.
सोनाली के हुआ ड्रग्स का ओवरडोज
इसके अलावा उसने ये भी खुलासा किया कि, सोनाली ने उसे बताया था कि वो काफी असहज महसूस कर रही हैं और जिसके बाद सोनाली के कहने पर वो उसे टॉयलेट ले गया. जहां सोनाली को उल्टी हुई, ये देखकर सुधीर समझ चुका था कि सोनाली को ड्रग का ओवरडोज़ हुआ है. बाद में डर की वजह से सुधीर ने बाकी बचे MDMA को उसी खाली बोतल में डाल कर पहली मंजिल पर बने उसी टॉयलेट के फ्लश टैंक में डाल दिया और ढक्कन बन्द कर दिया.
रेस्तरां के टॉयलेट से बोतल बरामद
इस बयान के आधार पर अंजुना पुलिस उक्त बीच पर गयी रेडिंग पार्टी के साथ, सुधीर और सुखविंदर भी पुलिस के साथ मौजुद थे, दोनों की निशानदेही पर पुलिस ने वहां स्तिथ curlies रेस्तरां के टॉयलेट से वो बोतल बरामद की जिसमे MDMA मिला हुआ था. इस दौरान पुलिस के साथ FSL टीम भी मौजूद थी. उस पानी की बोतल पर "बिसलेरी" का लेबल लगा हुआ था. तफ्तीश करने पर साफ हुआ बोतल में भरा हुआ पदार्थ MDMA है जिसका वजन 2.20 ग्राम था. इस बोतल को फिंगर प्रिंट मिलान करने के लिए पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया.
रेस्तरां में ड्रग्स सेवन
पुलिस (Police) के मुताबिक, कर्लीज बीच शैक से लौटने पर आरोपी सुखविंदर सिंह से फिर पूछताछ की गयी, जिसमें उसने बताया कि उन्होंने दत्ताप्रसाद गांवकर से प्रतिबंधित ड्रग MDMA खरीदे थे, जो ग्रैंड लियोनी रिज़ॉर्ट (Resort) में बतौर रूम बॉय काम करता है. आगे की जांच में पता चला कि कर्लीज़ बीच शैक के मालिक और वहां के मैनेजमेंट ने अपने रेस्तरां (Restraunt) में ड्रग्स (Drugs) के सेवन की अनुमति दी थी, उनकी जानकारी में था कि गेस्ट यहां ड्रग का सेवन करते हैं जिसके बाद उनके खिलाफ भी कार्रवाई की गयी.
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