नई दिल्ली: भारत-चीन सीमा गतिरोध की चिंगारी अब चाइनीज़ वीडियो एप टिक टॉक तक आखिर पहुंच गई. भारत ने TikTok समेत 59 चीन के एप्स बैन कर दिए हैं. दरअसल देश भर में चल रहे चाइनीज़ प्रोडक्ट के बहिष्कार के एलान के बीच काफी समय से इंटरनेट यूजर चाइनीज एप के बहिष्कार की बात कर रहे थे. इसे देखते हुए टिक टॉक जैसा एक देसी एप ‘चिंगारी’ का निर्माण भी किया गया. दावा है कि इस एप को अब तक लाखों लोगों ने डाउनलोड कर लिया है. इस बीच आज सरकार ने आईटी एक्ट 2000 के तहत TikTok पर बैन लगा दिया.


क्या है TikTok


TikTok एक सोशल मीडिया एप है जो कि शॉर्ट वीडियो बनाकर शेयर करने का मंच देता है. यह एक सोशल मीडिया प्लेटफार्म है जहां पर आप लोगो से कनेक्ट हो सकते हैं साथ ही साथ video चैटिंग के अलावा आप यहां पर तरह तरह के वीडियो भी बना कर सकते हैं. यह एप पूरे वर्ल्ड में सबसे ज्यादा डाउनलोड किया जाने वाला और उपयोग किया जाने वाला एप है. इसमें लिप्स सिंक की सुविधा है.इसका मतलब यह होता है कि आपके बैकग्राउंड में कोई भी संगीत का ऑडियो चल रहा होता है और बस उसके अनुसार आपको अपने होठों को चलाना होता है.


टिक टॉक का बहिष्कार
लद्दाख के गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिक के बीच हुए झ़ड़प के बाद इसके बहिष्कार की आवाज़ बुलंद होने लगी और ये आवाज़ सोशल मीडिया और इंटरनेट यूज़र के बीच ख़ूब गूंजने लगी. इसे ही देखते हुए भारत में निर्मित ‘चिंगारी’ एप का निर्माण किया गया.


सुरक्षा पर सेंध का सवाल
पिछले दिनों टिक टॉक को लेकर सुरक्षा के सवाल भी उठाए गए थे. इसके बाद ही मित्रो जैसी एप के इस्तेमाल की बात भी उठने लगी थी.कुछ दिनों पहले टिक टॉक और यू ट्यूब के बीच लोकप्रियता को लेकर कशमकश भी देखने को मिली थी.


पाबंदी की मांग
एनडीए में शामिल रामदास अठावले जैसे नेता टिक टॉक पर पाबंदी की मांग कर चुके थे. बीजेपी सांसद और एक्टर परेश रावल भी इसके खिलाफ थे. इसके अलावा भारतीय एक्टर मीलिंद सोमन, अरशद वारसी और रणवीर शौरी भी बहिष्कार की बात कर चुके हैं.


टिक टॉक को नोटिस
पिछले साल IT मंत्रालय टिक टॉक और हेलो एप को सरकार विरोधियों कंटेट के लिए नोटिस भेजकर जवाब मांगा था और कहा था कि एप पर राष्ट्रविरोधी और गैर कानूनी गतिविधियों का इस्तेमाल किया जा रहा है. टिक टॉक बनाते समय कई नकारात्मक खबरें भी सामने आ चुकी हैं.