Tripura Assembly Election 2023: त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव (Tripura Assembly Election) के लिए प्रचार अभियान मंगलवार (14 फरवरी) को खत्म हो गया. गुरुवार (16 फरवरी) को राज्य में मतदान होने हैं. इससे पहले टिपरा मोथा के अध्यक्ष प्रद्योत किशोर माणिक्य देबबर्मा (Pradyot Kishore Manikya Debbarma) का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि वह 16 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के बाद राजनीति छोड़ देंगे और कभी भी एक राजा की तरह वोट नहीं मांगेंगे. 


चुनाव प्रचार के आखिरी दिन (14 फरवरी) एक रैली को संबोधित करते हुए त्रिपुरा के पूर्व शाही परिवार के वंशज ने कहा कि कई नेताओं ने गरीब लोगों के अधिकारों की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ने की उनकी भावना को समझे बिना उन्हें छोड़ दिया है. इसमें वह लोग शामिल हैं जिनके पास भोजन, आवास और शिक्षा की पहुंच नहीं है. उन्होंने कहा कि आज एक राजनीतिक मंच पर मेरा आखिरी भाषण है और वह विधानसभा चुनाव के बाद राजा के रूप में कभी वोट नहीं मांगेंगे. 


दो मार्च को होगी मतगणना 


त्रिपुरा में 16 फरवरी को 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान होगा और मतगणना दो मार्च को होगी. उन्होंने कहा कि यह निश्चित है कि दो मार्च के बाद वह राजनीति में नहीं होंगे, लेकिन हमेशा अपने लोगों के साथ रहेंगे. वह स्वास्थ्य, शिक्षा, गरीबों को छात्रवृत्ति देने के लिए काम करेंगे. 


यह शाही परिवार की लड़ाई नहीं- प्रद्योत किशोर 


प्रद्योत किशोर ने कहा कि 'बीजेपी उम्मीदवार जिष्णु देब वर्मा यह अच्छे से जानते हैं कि जब मैं चुनौती लेता हूं, तो मुझे केवल डोफा (समुदाय) दिखाई देता है. उन्हें इस बात का भी अंदाजा है कि वह इस युद्ध में एक इंच जमीन भी किसी और को नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि यह शाही परिवार की लड़ाई नहीं है. यह उन गरीबों के लिए लड़ाई है जिनके पास भोजन, आश्रय और शिक्षा नहीं है. 


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