Tirumala Temple: AI से एक घंटे में ही का भक्त कर सकेंगे श्रीवारी दर्शन, TTD ने किया फेस रिकग्निशन एंट्रेंस मशीनों का टेस्ट
Tirumala Temple: तिरुमला स्थित श्री वेंकटेश्वर मंदिर जल्द ही भक्तों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का एक्सपीरियंस देखने को मिल सकता है.
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Tirumala Temple: तिरुमला स्थित श्री वेंकटेश्वर मंदिर जा रहे भक्तों के लिए एक बड़ी खबर है. भक्त अब बिना प्रतीक्षा के केवल एक घंटे में दर्शन कर पाएंगे. इसके लिए टीटीडी (तिरुमला तिरुपति देवस्थानम) ने एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) तकनीक से लैस फेस रिकग्निशन एंट्रेंस मशीनों का परीक्षण किया.
एशियन कंपनी से संबंधित सिटी आरयूएच कंपनी के प्रतिनिधियों ने इस मशीन की कार्यप्रणाली को टीटीडी अधिकारियों और पालक मंडल के सदस्यों के सामने दिखाया. इस दौरान टीटीडी पालक मंडल अध्यक्ष बी.आर. नायडू, ईओ श्यामलाराव और अतिरिक्त कार्यकारी अधिकारी सीएच वेंकय्या चौधरी उपस्थित थे.
तीन महीनों में स्थापित की जाएगी 45 फेस रिकग्निशन मशीनें
टीटीडी ने बताया कि 8 कंपनियों ने फेस रिकग्निशन तकनीक से संबंधित उपकरण उपलब्ध कराने के लिए प्रस्ताव दिया है. सभी मशीनों के परीक्षण के बाद टीटीडी यह निर्णय लेगा कि किस कंपनी से उपकरण खरीदे जाएंगे. टीटीडी योजना के अनुसार, इस परीक्षण प्रक्रिया को एक सप्ताह में पूरा किया जाएगा. अगले तीन महीनों में तिरुमला के दो स्थानों पर 45 फेस रिकग्निशन मशीनें स्थापित करने का लक्ष्य है.
जल्द देखने को मिला सकता है AI एक्सपीरियंस
भक्तों जल्द ही श्री वेंकटेश्वर मंदिर में भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का एक्सपीरियंस देखने के लिए मिल सकता है. मंदिर प्रशासन ऑटोमेशन और एआई चैटबॉट की शुरुआत करने के बारे में सोच रहा है. इससे तीर्थयात्रियों की सेवाओं में ट्रांसपेरेंसी और एफिशियंसी बढ़ाने में मदद मिलेगी.
इस बात की जानकारी टीटीडी (तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम) के एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (EO) जे श्यामला राव ने दी है. उन्होंने कहा कि अभी तीर्थयात्रियों को आवास, दर्शन और अन्य सेवाओं के लिए मैनुअल प्रोसेस का पालन करना पड़ता है. जिस वजह से काफी ज्यादा समय लग जाता है. मंदिर प्रशासन ने अब इन सेवाओं को AI के जरिए ऑटोमैटिक करने की योजना बना रहा है.
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