'बाबा विश्वनाथ का प्रसाद हाथ में आते ही खटकी तिरुमला प्रसादम की बात', तिरुपति लड्डू विवाद पर बोले पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद
Tirupati Laddu Controversy: पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि मिलावट बहुत ही अपवित्र चीज है और हिंदू शास्त्र में इसे पाप कहा गया है. उन्होंने आशंका जताई कि यह हर मंदिर की कहानी हो सकती है.
Tirupati Laddu Controversy: आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर के लड्डू विवाद को लेकर देश में राजनीति गरम है. इस बीच पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तिरुपति के वेंकटेश्वर मंदिर के लड्डुओं में कथित रूप से पशु चर्बी मिलाये जाने की खबरों के बीच कहा कि प्रसाद श्रद्धालुओं के लिए आस्था का प्रतीक है और इसमें मिलावट करना निंदनीय है. पूर्व राष्ट्रपति ने यह भी आशंका जताई कि यह समस्या सिर्फ एक मंदिर तक सीमित नहीं हो सकती है, बल्कि यह हर मंदिर की कहानी भी हो सकती है.
'हिन्दू शास्त्रों में मिलावट को पाप कहा गया'
पूर्व राष्ट्रपति ने काशी हिंदू यूनिवर्सिटी के शताब्दी कृषि विज्ञान प्रेक्षागृह में शनिवार (21 सितंबर 2024) से शुरू हुए दो दिवसीय भारतीय गाय, जैविक कृषि एवं पंचगव्य चिकित्सा पर राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित करते हुए यह बात कही. उन्होंने कहा, “हिन्दू शास्त्रों में भी मिलावट को पाप कहा गया है. प्रसाद श्रद्धालुओं के लिए आस्था का प्रतीक है और इसमें मिलावट करना निंदनीय है.”
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के इस दावे के बाद बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है कि राज्य में पिछली सरकार के दौरान तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में प्रसादम में मिलने वाले लड्डू में जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया गया था. पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि तिरुपति मंदिर के प्रसाद को लेकर जो खबर आई हैं, वह बहुत ही चिंताजनक हैं. उन्होंने कहा कि हिंदुओं में प्रसाद को लेकर बहुत श्रद्धा होती है, लेकिन ऐसी घटनाएं प्रसाद को लेकर उनके मन में शंकाएं उत्पन्न करती हैं."
'हर मंदिर की हो सकती है कहानी'
पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें इस बार बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने का सौभाग्य नहीं मिला. उन्होंने कहा, "मेरे कुछ सहयोगी मंदिर में दर्शन करने गए थे और उन्होंने मुझे प्रसाद लाकर दिया तो मुझे तुरंत तिरुमला प्रसादम की बात खटकी."
पूर्व राष्ट्रपति ने कहा, “मैं अकेला नहीं हूं, शायद आप सब भी ऐसा ही सोचते होंगे. बाबा विश्वनाथ के प्रसाद में बहुत आस्था है. मैं उसमें नहीं जाना चाहता, लेकिन मैं यह कह रहा हूं कि यह हर मंदिर की कहानी हो सकती है, हर तीर्थ स्थान की कहानी हो सकती है.” पूर्व राष्ट्रपति ने यह भी कहा, “मिलावट अत्यंत अपवित्र चीज है और हिंदू शास्त्र में इसे पाप कहा गया है. यह विचारणीय विषय है और यह एक जगह से उत्पन्न नहीं होता. यह एक दुष्चक्र है.”
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