लड्डू में मिलावट पर महाभारत! केंद्र ने मांगी रिपोर्ट, जगन मोहन बोले- आरोप बेबुनियाद, पीएम को भेजेंगे चिट्ठी
Andhra Pradesh Tirupati Laddu Row: तिरुपति मंदिर के प्रसाद में कथित मिलावट के मामले पर राजनीति पर चरम पर है. वहीं, केंद्र सरकार ने कहा कि मिलावट की रिपोर्ट की समीक्षा FSSAI करेगी.
Tirupati Laddu Row: आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में लड्डुओं में कथित मिलावट को लेकर विवाद शुक्रवार (20 सितंबर) को और बढ़ गया. केंद्र सरकार ने इस मामले पर रिपोर्ट मांगी है और पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने एन. चंद्रबाबू नायडू सरकार के उनके कार्यकाल के दौरान मिलावट के आरोपों को खारिज कर दिया.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, मामले पर मंदिर मैनेजमेंट ने कहा कि उनकी ओर से कराई गई पांच जांचों में संकेत मिले हैं कि सुअर की चर्बी, गोमांस की चर्बी और ताड़ के तेल आदि का इस्तेमाल हुआ है. इसके साथ ही लड्डुओं की गुणवत्ता को दयनीय बताया.
जगन मोहन रेड्डी ने लगाया राजनीति करने का आरोप
वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी पर "भगवान के नाम पर राजनीति करने" का आरोप लगाया. उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए लड्डू में मिलावट के आरोपों से इनकार किया. रेड्डी ने दावा किया कि टीडीपी की ओर से शेयर की गई कथित लैब रिपोर्ट जुलाई की है, जो नायडू के कार्यकाल के दौरान की है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वह प्रधानमंत्री और भारत के चीफ जस्टिस को चिट्ठी लिखकर बताएंगे कि "चंद्रबाबू नायडू ने तथ्यों को कैसे तोड़-मरोड़ कर पेश किया और उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों की जानी चाहिए." जगन मोहन रेड्डी की पार्टी ने आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और चंद्रबाबू नायडू के दावों की जांच किसी मौजूदा जज या हाई कोर्ट की नियुक्त समिति से कराने की मांग की. अदालत ने पार्टी को बुधवार तक जनहित याचिका (पीआईएल) दायर करने का निर्देश दिया.
टीटीडी ने मानी मिलावट की बात
तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के कार्यकारी अधिकारी श्यामला राव ने कहा कि मुख्यमंत्री नायडू की ओर से इस मुद्दे को उठाए जाने के बाद कई परीक्षण किए गए, जिसमें कई सामग्रियों में मिलावट का पता चला. उन्होंने लैब रिपोर्ट को "चौंकाने वाला" बताया. उन्होंने कहा कि घी आपूर्तिकर्ताओं ने इन-हाउस परीक्षण सुविधाओं की कमी का फायदा उठाया.
केंद्र सरकार ने आंध्र प्रदेश से मांगी रिपोर्ट
इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने शुक्रवार को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री से बात की और इस मुद्दे पर रिपोर्ट मांगी. नड्डा ने कहा कि रिपोर्ट की समीक्षा भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) की ओर से की जाएगी और उसके बाद कार्रवाई की जाएगी.
टीडीपी नेता ने क्या कहा?
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, टीडीपी नेता श्रीभारत मथुकुमिली ने कहा, "हमें तिरुपति लड्डू बनाने में इस्तेमाल किए गए घी की लैब रिपोर्ट मिली है. दोनों रिपोर्ट में साफ तौर पर कहा गया है कि एस वैल्यू के आधार पर एक खास फैट निर्धारित सीमा के भीतर नहीं है और यह दूध का फैट नहीं है, यह घी नहीं है. यह वनस्पति तेलों का मिश्रण है और चौंकाने वाली बात यह है कि इसमें गोमांस और सुअर का फैट भी है."
आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि वह तिरुपति मंदिर के प्रसादम (पवित्र भोजन) में कथित तौर पर जानवरों की चर्बी मिलाए जाने की बात से बहुत परेशान हैं और उन्होंने मंदिरों से जुड़े मुद्दों की जांच के लिए एक राष्ट्रीय स्तर की संस्था के गठन की मांग की.