Tirupati Temple Prasadam Controversy: आंध्र प्रदेश में तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में उपयोग होने वाले घी की जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद पूरे देश में राजनीति गरमा गई है. रिपोर्ट में तिरुपति मंदिर के लड्डू प्रसादम में मछली का तेल और जानवरों की चर्बी मिलाने की पुष्टि हुई है. टीडीपी इस मामले को लेकर जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार पर आरोप लगा रही है. वहीं वकील विनीत जिंदल ने इस लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखा है.
जगन मोहन रेड्डी के खिलाफ NSA लगाने की मांग
वकील विनीत जिंदल ने गृह मंत्रालय और आंध्र प्रदेश पुलिस प्रमुख के पास पत्र लिखकर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी, तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम के अधिकारियों और पशुओं की चर्बी वाले मिलावटी घी की आपूर्ति करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ शिकायत दर्ज करने की मांग की है. उन्होंने पूर्व सीएम जगन मोहन रेड्डी और अन्य लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) लगाने की भी मांग की.
सीबीआई जांच कराने की मांग
इसके अलावा आंध्र प्रदेश कांग्रेस प्रमुख और जगन मोहन रेड्डी की बहन वाईएस शर्मिला ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर भगवान बालाजी के लड्डू में इस्तेमाल किए जाने वाले घी में जानवर की चर्बी होने की जांच सीबीआई से कराने का अनुरोध किया है.
इस मामले को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने शुक्रवार (20 सितंबर 2024) को कहा कि उन्होंने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू से बात की है और तिरुपति लड्डू मुद्दे पर पूरी रिपोर्ट मांगी है. उन्होंने भरोसा दिलाया कि केंद्र सरकार इस मामले की जांच करेगा और उचित कार्रवाई करेगा.
YSR कांग्रेस पहुंची हाई कोर्ट
इसे लेकर जब राजनीति गरमाई तो आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम जगन मोहन और उनकी पार्टी YSR कांग्रेस ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. वाईएसआर कांग्रेस की ओर से मांग की गई कि सीएम एन चंद्रबाबू नायडू और टीडीपी की ओरोपों के लिए ज्यूडिशियल कमेटी का गठन हो. खाद्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इस मामले को लेकर कहा कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जो कुछ भी कहा है, वह गंभीर चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि विस्तृत जांच की आवश्यकता है और दोषी को दंडित किया जाना चाहिए. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी इस मुद्दे पर शुक्रवार को कहा कि तिरुपति प्रसादम मामले में सीबीआई जांच की जरूरत है.