सुबह ओडिशा से टकराएगा तितली तूफान, ट्रेनों में होगा बदलाव, इन जगहों पर सबसे ज्यादा अलर्ट
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का कहना है कि भयंकर चक्रवाती तूफान ‘तितली’ के पहुंचने से पहले ओडिशा में करीब तीन लाख लोग सुरक्षित स्थान पर पहुंचाये गये हैं.
नई दिल्लीः ओडिशा के तटीय इलाकों में सुबह से ही हल्की-हल्की बारिश हो रही है और वहां आसमान में काले बादल छाए हुए हैं. समंदर भी उमड़ रहा है जो तितली तूफान की आहट दे रहा है. तितली तूफान कल सुबह ओडिशा के गोपालपुर और कलिंगपत्तनम के बीच टकराएगा लेकिन तूफान का असर आज रात से ही दिखने लगेगा. तेज हवाओं के साथ जोरदार बारिश होगी. तितली तूफान के दौरान 145 किलोमीटर से ज्यादा रफ्तार से हवाएं चलेंगी जो लोगों के लिए मुसीबत बनने वाली है.
सरकार की तैयारियां तितली तूफान को ध्यान में रखते हुए तैयारियां की जा रही हैं, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का कहना है कि भयंकर चक्रवाती तूफान ‘तितली’ के पहुंचने से पहले ओडिशा में करीब तीन लाख लोग सुरक्षित स्थान पर पहुंचाये गये हैं. टूरिस्ट्स को भी तटों पर जाने से रोका जा रहा है. समुद्र की लहरों को खतरनाक होने से रोकने के लिए गोपालपुर के तटों पर मिट्टी डाली जा रही है ताकि लहरों को रोका जा सके. पुलिस वालों की निगरानी के लिए स्पेशल ड्यूटी लगाई गई है, तूफान की वजह से गोपालपुर पोर्ट का भी काम रोक दिया गया है.
सरकार का अलर्ट तूफान के अलर्ट के बाद समंदर में मछुआरों को जाने से रोका जा रहा है, क्योंकि ऊंची-ऊंची लहरें मछुआरों के लिए मुसीबत खड़ी कर सकती हैं. तूफान को ध्यान में रखते हुए छोटी-बड़ी सभी तरह की बोट समंदर में ले जाने की मनाही है.
तितली तूफान का कहां-कहां दिखेगा सबसे ज्यादा असर ओडिशा के गजपति, गंजाम, पुरी, यवतसिंहपुर बालासोर जैसे जिलों में तेज बारिश का अनुमान है. खुरदा,जाझपुर, नयागढ़, ढेंकनाल जैसे जिलों में भारी बारिश हो सकती है, गजपति, गंजाम, खुरदा,पुरी जिलों में नुकसान की संभावनाएं हैं. तितली तूफान की वजह से ओडिशा के तटीय शहरों में स्कूलों को 12 तारीख तक बंद रखने के आदेश दिए गए हैं
1999 में भी ओडिशा झेल चुका है भीषण तूफान 1999 में भी ओडिशा भीषण तूफानी की मार झेल चुका है, शायद इसीलिए इस बार ओडिशा पहले से ही तैयार है. खुद सीएम नवीन पटनायक ने अधिकारियों के साथ बैठक की और तूफान के लिए और ज्यादा सतर्क रहने के आदेश दिए क्योंकि अब तूफान की आहट मिलने लगी है.
तितली तूफान यातायात पर असर तितली तूफान का असर यातायात पर भी दिखेगा. आज भी ओडिशा के तटीय इलाकों में सड़क पर वाहन तो कम ही नजर आएं लेकिन कई ट्रेनें ऐहतियात के तौर पर कैंसिल कर दी गई है. जिसका असर उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिणी ओडिशा के शहरों पर पड़ेगा. रात 10 बजे के बाद चलने वाली ट्रेनों पर सबसे ज्यादा असर रहेगा.
ट्रेनों का नया टाइमटेबल ट्रेन नंबर 12733 शालीमार-सिकंदराबाद एसी एक्सप्रेस को कैंसिल कर दिया गया है. हावड़ा-चेन्नई मेल रात के 11 बजकर 45 पर चलने के बजाय कल सुबह 8 बजे चलेगी. रात 11 बजे चलने वाली गुरुदेव एक्सप्रेस कल सुबह 8 बजे शालीमार जंक्शन से चलेगी. रात 10 बजे के बाद ओडिशा के खुर्दा और विजयनगरम के बीच कोई ट्रेन नहीं चलेगी. हावड़ा और चेन्नई की मेन लाइन पर चलने वाली ट्रेनों को डायवर्ट किया जाएगा. हावड़ा-चेन्नई एक्सप्रेस के रूट को आज बदला जाएगा . अगरतला-बेंगलुरू कैंट हफसफर एक्सप्रेस के भी रूट को डायवर्ट किया गया है. हावड़ा-यशवंतपुर एक्सप्रेस के भी रास्ते को बदला गया है.
यानि इन ट्रेनों के रास्ते कई मुख्य स्टेशन नहीं पड़ेगें, अगर आप ट्रेन से दक्षिण भारत की तरफ सफर करने वाले हैं तो इन बदलावों को ध्यान में रखिए.
परीक्षा भी टली इसके अलावा रेवले ने कल भुवनेश्वर में होने वाली भर्ती परीक्षा को भी टाल दिया है.
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