Lok Sabha Election 2024: तृणमूल कांग्रेस (TMC) के वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी ने मंगलवार (25 अप्रैल) को कहा कि पश्चिम बंगाल में 42 लोकसभा सीट पर चुनाव बीजेपी के प्रचारित सांप्रदायिक सांप्रदायिक एजेंडे पर नहीं, बल्कि विकास के मुद्दे पर होंगे.
बनर्जी ने इससे पहले दिन में राज्य में आगामी पंचायत चुनाव के मद्देनजर कूच बिहार जिले से व्यापक जनसंपर्क कार्यक्रम ‘तृणमूल ए नबाजोवार’ (तृणमूल की नयी लहर) अभियान की शुरुआत की. उन्होंने कहा कि तृणमूल का लक्ष्य राज्य में जनता की पंचायत का निर्माण करना है.
अभिषेक बनर्जी ने क्या कहा?
अभियान के तहत एक रैली को संबोधित करते हुए अभिषेक बनर्जी ने कहा, ‘‘अगला लोकसभा चुनाव पश्चिम बंगाल में विकास के मुद्दे पर होगा. यह सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के मुद्दे पर नहीं होगा, जो बीजेपी चाहती है. उन्हें हराना होगा। हम राज्य के लोगों के अधिकारों के लिए लड़ेंगे.‘‘देश में 2024 में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं. बनर्जी टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव हैं. उन्होंने दिनहाटा विधानसभा क्षेत्र में एक मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद व्यापक जनसंपर्क अभियान की शुरुआत की.
'बीजेपी हार स्वीकार नहीं कर पा रही'
अभिषेक बनर्जी ने स्थानीय लोगों से बात की और उनकी शिकायतें सुनीं. उन्होंने कहा कि टीएमसी ही एकमात्र ऐसी पार्टी है, जो आपके अधिकारों के लिए लड़ेगी. केंद्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) योजना के तहत राशि रोक रखी है, क्योंकि वह अब तक 2021 के विधानसभा चुनाव में अपनी हार को स्वीकार नहीं कर पा रही है.
जनसंपर्क अभियान का उद्देश्य क्या है?
अभिषेक टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी के भतीजे हैं और ममता के बाद वह पार्टी में दूसरे नंबर के नेता माने जाते हैं. वह अभियान के दौरान करीब 3,500 किलोमीटर की यात्रा करेंगे और समूचे राज्य में 250 से अधिक रैलियां करेंगे. उन्होंने इससे पहले कहा था कि इस जनसंपर्क अभियान का उद्देश्य लोगों तक पहुंचना है और उन्हें आगामी पंचायत चुनावों में तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों का फैसला गुप्त मतदान के जरिये करने के लिये सशक्त बनाना है.
अभिषेक बनर्जी ने कहा कि पहली बार देश में इस तरह की पहल की गई है. आपने एक सत्तारूढ़ पार्टी को इस तरह का अभियान चलाते कभी नहीं देखा होगा, लेकिन हमारा मानना है कि जनता ही लोकतंत्र में सबसे ऊपर है. उन्होंने कहा कि गुप्त मतदान से आप जिस उम्मीदवार का चयन करेंगे, उसे ही पार्टी द्वारा नामित किया जाएगा.
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