West Bengal: TMC का एक बार फिर राज्यपाल पर गंभीर आरोप, बोले- 'बीजेपी कैडर' हैं, केवल अपने कार्यकर्ताओं से मिलते हैं
West Bengal Panchayat Elections: राज्यपाल सीवी आनंद बोस नामांकन के दौरान हाल ही में हुई हिंसा से प्रभावित लोगों से मिलने के लिए दौरे पर हैं. ऐसे में अब टीएसी ने उनपर गंभीर आरोप लगाए हैं.
TMC On Governor: तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने एक बार फिर से पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस (CV Anand Bose) पर बड़ा आरोप लगाया है. टीएमसी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि राज्यपाल एक बीजेपी कैडर हैं, जो केवल भगवा पार्टी के कार्यकर्ताओं के घरों का दौरा करते है. घोष ने दावा किया कि 8 जुलाई को होने वाले चुनाव के प्रचार के लिए विपक्षी दल बोस का इस्तेमाल कर रहे हैं.
राज्यपाल में आगामी पंचायत चुनाव के लिए नामांकन अवधि के दौरान हाल ही में हुई हिंसा से प्रभावित लोगों से मिलने के लिए दौरे पर हैं. उन्होंने शनिवार (1 जुलाई) को कूचबिहार का दौरा किया और इससे पहले भांगर और कैनिंग गए थे. इसके बाद ही कुणाल घोष ने उनपर कटाक्ष किया है.
'बीजेपी कर रही राज्यपाल का इस्तेमाल'
कुणाल घोष ने कहा, "बंगाल के राज्यपाल राज धर्म का पालन नहीं कर रहे हैं. वोट के लिए प्रचार करने के लिए विपक्षी दल उनका इस्तेमाल कर रहे हैं. उन्होंने उन टीएमसी कार्यकर्ताओं के परिवारों से मुलाकात या बात नहीं की जो मारे गए. मुझे क्या कहना चाहिए? सीवी आनंद बोस एक हैं बीजेपी के कैडर हैं."
'काले झंडों का सामना करना पड़ेगा'
कुणाल घोष ने यह भी चेतावनी दी कि चुनाव के बाद बंगाल के राज्यपाल जहां भी जाएंगे, उन्हें "काले झंडों का सामना करना पड़ेगा". घोष की यह टिप्पणी बोस को टीएमसी की छात्र शाखा, तृणमूल छात्र परिषद (TMCP) के कार्यकर्ताओं की तरफ से काले झंडे दिखाए जाने के ठीक तीन दिन बाद आई है, जब उनका काफिला उत्तरी बंगाल यूनिवर्सिटी जा रहा था.
इससे पहले भी कुणाल घोष राज्यपाल पर इसी तरह का आरोप लगा चुके हैं. उन्होंने कहा था, "वह (राज्यपाल) बीजेपी के सदस्य की तरह व्यवहार कर रहे हैं. मैं उनके पद का सम्मान करता हूं, लेकिन अगर राज्यपाल विपक्ष की बातों में आंएगे तो हम उनका कड़ा विरोध करेंगे.
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