TMC On Tripura Politics: त्रिपुरा में बीजेपी और टीएमसी के बीच नगर निकाय चुनाव से पहले गतिरोध की स्थिति बनती जा रही है. इसी को लेकर एक तरफ तृणमूल कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है तो दूसरी तरफ त्रिपुरा की विप्लव देव सरकार को बर्खास्त करने और लोकतंत्र स्थापित करने की मांग को लेकर गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात भी की. गृह मंत्री से हुई बैठक के बाद तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि गृह मंत्री ने उनसे कहा है कि वह इस मामले को देखेंगे.
गृहमंत्री से मिलने से पहले TMC सांसदों ने दिया धरना
गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात से पहले तृणमूल कांग्रेस नेताओं ने करीब 4 घंटे तक गृह मंत्रालय के बाहर धरना भी दिया. गृह मंत्रालय के बाहर धरना देने वाले तृणमूल कांग्रेस के सांसदों का आरोप था कि वह पिछले 24 घंटे से ज्यादा समय से गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की मांग कर रहे हैं लेकिन उनको वक्त नहीं दिया जा रहा. हालांकि गृह मंत्रालय पर करीबन 4 घंटा तक धरना देने के बाद तृणमूल कांग्रेस के सांसदों को जानकारी मिली कि गृह मंत्री ने उनसे मुलाकात का वक्त तय कर दिया है. शाम 4:00 बजे वह मुलाकात होगी जिसके बाद तृणमूल कांग्रेस के सांसद गृह मंत्रालय से सीधा गृह मंत्री के निवास पहुंचे और वहां पहुंचकर केंद्रीय गृह मंत्री से मुलाकात की और अपनी मांग भी मंत्री के सामने रखी.
त्रिपुरा में 25 नवंबर को नगर निकाय चुनाव
यह पूरा विवाद त्रिपुरा में 25 नवंबर को होने वाले अगरतला नगर निगम और साथ ही अन्य 12 सीटों पर होने वाले निकाय चुनावों से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ है. इन चुनावों को लेकर त्रिपुरा में बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के बीच गतिरोध काफी बढ़ गया है. त्रिपुरा पुलिस ने तृणमूल युवा कांग्रेस की प्रमुख सायनी घोष को रविवार को गिरफ्तार किया. सायनी पर आरोप है कि मुख्यमंत्री बिप्लव देव की एक जनसभा में सायनी ने हंगामा खड़ा करने की कोशिश की.
इसके साथ ही तृणमूल कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट में भी इस सिलसिले में एक याचिका दायर की है. सुप्रीम कोर्ट उस याचिका पर सुनवाई के लिए तैयार हो गया है. सुप्रीम कोर्ट मंगलवार को इस याचिका पर सुनवाई कर सकता है. टीएमसी का दावा है कि त्रिपुरा में निकाय चुनाव की तारीख नजदीक आने पर वहां कानून-व्यवस्था पूरी तरह से खराब हो गई है.
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