कोलकाता. निर्वाचन आयोग ने तृणमूल कांग्रेस के बीरभूम जिला अध्यक्ष अनुब्रत मंडल को मंगलवार शाम पांच बजे से शुक्रवार सुबह सात बजे तक के लिए कड़ी निगरानी में रखा है. इस संबंध में एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि मुख्य निर्वाचन अधिकारी को ‘‘मंडल के खिलाफ अनेक शिकायतें मिलीं’’ जिनके कारण उन्हें कड़ी निगरानी में रखने का फैसला किया गया. अधिकारी ने कहा, ‘‘विभिन्न स्रोतों से मिले फीडबैक और डीईओ और एसपी, बीरभूम की रिपोर्ट के अनुसार आयोग ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए मंडल को कार्यकारी मजिस्ट्रेट और सीएपीएफ की कड़ी निगरानी में रहने का निर्देश दिया है.’’ इस अवधि में ‘‘तारीख और स्टांप के साथ’’ वीडियोग्राफी की जाएगी.


बता दें कि बीरभूम में कुल 11 निर्वाचन क्षेत्रों में विधानसभा चुनाव के अंतिम और आठवें चरण में गुरुवार को मतदान होना है. मंडल को 2019 के लोकसभा चुनाव और 2016 के विधानसभा चुनाव के दौरान भी इसी तरह की निगरानी में रखा गया था.


मुझे निगरानी में रखा है, नजरबंद नहीं कियाः मंडल
निर्वाचन आयोग के निर्णय पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मंडल ने कहा कि यह एक आम चलन बन चुका है और राज्य के लोग इसका उचित जवाब देंगे. उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने मुझे निगरानी में रखा है, न कि नजरबंद किया है. निर्वाचन आयोग हर बार यह करता है. मैं रोजाना की तरह अपने कार्यालय जाऊंगा और मेरे साथ केंद्रीय बल और अधिकारी होंगे.’’


उन्होंने कहा, ‘‘इस इंतजाम में कोई नुकसान नहीं है. खेल रुकेगा नहीं.’’ पश्चिम बंगाल में बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने फैसले का स्वागत किया और कहा कि जब मुख्यमंत्री को दो दिन के लिए प्रचार से रोका जा सकता है तो मंडल जैसे व्यक्ति के खिलाफ कदम क्यों नहीं उठाया जा सकता.


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