TMC BJP On Geeta Path In Kolkata: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के प्रतिष्ठित ब्रिगेड परेड मैदान में रविवार (24 दिसंबर) को हुए भगवद गीता के पाठ को लेकर सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी में जुबानी जंग छिड़ गई है. दोनों ही दलों के नेताओं ने इस मामले को लेकर एक दूसरे पर हमला बोला है.


एक तरफ जहां टीएमसी ने इसे लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया है, वहीं बीजेपी ने टीएमसी पर हिंदू आस्था से जुड़े इस भव्य कार्यक्रम का मजाक बनाने का आरोप लगाया है. कांग्रेस ने संविधान पढ़ने के कार्यक्रम का आह्वान किया है तो TMC के नेताओं ने फुटबॉल मैच के आयोजन का सुझाव दिया है.


बीजेपी ने बताया हिंदू एकता का प्रतीक
बीजेपी ने जहां इस भव्य कार्यक्रम को हिंदू एकता का प्रतीक बताया है. वहीं, तृणमूल कांग्रेस ने इस कार्यक्रम का कथित राजनीतिकरण करने पर उसकी अलोचना की. यहां ब्रिगेड परेड मैदान में अलग-अलग पृष्ठभूमि के करीब एक लाख लोगों ने सामूहिक रूप से भगवद गीता का पाठ किया. विभिन्न उम्र और सामाजिक वर्ग के प्रतिभागियों ने संतों के साथ श्लोकों का पाठ किया.


संघ और बीजेपी के बड़े नेताओं ने की शिरकत
इस कार्यक्रम में बंगाल की भाजपा इकाई और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कई बड़े नेताओं ने भाग लिया. आयोजकों ने दावा किया कि कार्यक्रम के लिए लगभग 1.20 लाख लोगों ने पंजीकरण कराया था. आयोजकों की ओर से दावा किया गया कि यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है. 


" हिंदुओं को विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं"
भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, ‘‘भगवद गीता दुनिया के लिए भारत का सबसे बड़ा उपहार है. जो लोग इस कार्यक्रम का मजाक बना रहे हैं, उनके मन में हिंदू धर्म और उसकी परंपराओं के प्रति कोई सम्मान नहीं है. जो लोग हिंदुओं को विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं वे अपने प्रयासों में विफल होंगे.’’

पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने कहा, ‘‘इस कार्यक्रम के बाद राज्य के हिंदू, विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ आवाज उठाएंगे और एकजुट होंगे.’’


" यह हिंदुओं को एकजुट करने का प्रयास"
शुभेंदु ने कहा, ‘‘यह सिर्फ भगवद गीता के पाठ का कार्यक्रम नहीं है, बल्कि हिंदुओं को एकजुट करने का भी एक प्रयास है. हमारे बीच विभाजन पैदा करने की कोशिश की जा रही है, हिंदुओं को एकजुट होना होगा.’’


" हम गीता पाठ के खिलाफ नहीं"
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए तृणमूल के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, ‘‘हम गीता पाठ कार्यक्रम के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन बीजेपी नेताओं को इसे अपने राजनीतिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए इस्तेमाल करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. बीजेपी को धर्म को राजनीति के साथ जोड़ने की आदत है.’’


न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर बंगाल विकास मंत्री एवं तृणमूल नेता उदयन गुहा ने बीजेपी की आलोचना करते हुए कहा कि वे ‘‘गीता पाठ कार्यक्रम के बजाय एक फुटबॉल मैच का आयोजन कर सकते थे.’’


कांग्रेस का संविधान पढ़ें कार्यक्रम


इस बीच, प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व ने ब्रिगेड परेड मैदान के करीब बिड़ला तारामंडल के पास ‘संविधान पढ़ें’ कार्यक्रम का आयोजन किया. एक कांग्रेस नेता ने आग्रह किया, ‘‘विभाजनकारी समाज बनाने की दिशा में काम करने के बजाय हम सभी को एक धर्मनिरपेक्ष समाज की दिशा में काम करना चाहिए जैसा कि हमारे संविधान में वर्णित है.’’


पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कोलकाता में आयोजित ‘लख कंठे गीता पाठ ( एक लाख लोगों के गीता पाठ)’ कार्यक्रम के लिए शुभकामनाएं दीं और विश्वास जताया कि अलग-अलग पृष्ठभूमि से आए विशाल जनसमूह द्वारा भगवद गीता का पाठ करने से न केवल सामाजिक सद्भाव बढ़ेगा बल्कि देश की विकास यात्रा में ऊर्जा का संचार भी होगा.


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