नई दिल्ली: केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान पिछले साल से दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं. किसानों की मांग है कि सरकार इन कृषि कानूनों को वापस ले. इस बीच भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत को तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल बुलाया है.


हाल ही में हुए बंगाल चुनाव में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने बड़ी जीत हासिल की है. बंगाल चुनाव के दौरान भी राकेश टिकैत ने बंगाल का दौरा किया था. वहीं अब टीएमसी ने 9 जून को राकेश टिकैत को बंगाल बुलाया है. बता दें कि कृषि कानूनों के खिलाफ बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी कई बार आवाज उठाई है.


आगे की रणनीति


अब बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने राकेश टिकैत को बंगाल में मिलने के लिए बुलाया है. माना जा रहा है कि इस मुलाकात के दौरान कृषि कानूनों के खिलाफ आगे की रणनीति पर विचार किया जा सकता है. 26 नवंबर 2020 से किसान दिल्ली की सीमाओं पर केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे हैं.


बता दें कि इससे पहले राकेश टिकैत ने बंगाल चुनाव के दौरान नंदीग्राम से टीएमसी के लिए चुनावी कैंपेन भी किया था. चुनाव में ममता बनर्जी नंदीग्राम से टीएमसी की उम्मीदवार थीं. वहीं बीजेपी की ओर से टीएमसी छोड़कर गए शुभेंदु अधिकारी चुनावी मैदान में थे.


किसान करेंगे सूपड़ा साफ


वहीं हाल ही में किसान मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा था कि जो हाल बीजेपी का पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में हुआ था, वही हाल आने वाले उत्तर प्रदेश चुनाव में भी होगा. उन्होंने कहा था कि जो भी पार्टी अपने घोषणा पत्र में तीनों नए कृषि कानूनों को सही ठहराएगी, किसान उसका सूपड़ा साफ करेंगे.


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