West Bengal News: तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता अभिषेक बनर्जी 13 सितंबर को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश होंगे. उन्होंने सोमवार (11 सोमवार) को इस बात की पुष्टि की. केंद्रीय जांच एजेंसी ने तृणमूल नेता को समन जारी कर पेश होने को कहा था. 


पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और पार्टी में दूसरे नंबर के नेता अभिषेक बनर्जी से जब पूछा गया कि क्या वह ईडी के समन का पालन करेंगे, तो इसके जवाब में उन्होंने हामी भरी. इससे पहले अभिषेक बनर्जी ने रविवार (10 सितंबर) को सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा था कि उन्हें केंद्रीय जांच एजेंसी की ओर से पूछताछ के लिए 13 सितंबर को उनके समक्ष पेश होने के लिए नोटिस भेजा गया है. 


इंडिया की बैठक में नहीं हो पाएंगे शामिल


विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) की समन्वय समिति की पहली बैठक भी 13 सितंबर को दिल्ली में बुलाई गई है. न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के अनुसार, पार्टी सूत्रों ने बताया कि अगर वह (अभिषेक) ईडी के समक्ष पेश होते हैं तो उन्हें विपक्षी गठबंधन इंडियन इंडिया की समन्वय समिति की पहली बैठक को छोड़ना पड़ेगा. 


अभिषेक बनर्जी ने कहा था कि दिल्ली में 13 सितंबर को विपक्षी गठबंधन की समन्वय समिति की पहली बैठक होनी है, जिसका मै सदस्य हूं, लेकिन ईडी के निदेशक ने मुझे उसी दिन उनके समक्ष पेश होने के लिए नोटिस जारी किया है. 


पीएम मोदी पर साधा था निशाना


उन्होंने पीएम मोदी पर नाम लिए बिना कटाक्ष करते हुए कहा कि 56 इंच के सीने वाले व्यक्ति की ऐसी कायरता और खोखलेपन पर कोई भी आश्चर्यचकित हुए बिना नहीं रह सकता. केंद्रीय जांच एजेंसी ने स्कूल में नौकरी संबंधी घोटाले में शहर में 'लीप्स एंड बाउंड्स प्राइवेट लिमिटेड' के कार्यालय में छापेमारी की थी. जिसके कुछ सप्ताह बाद तृणमूल सांसद को समन जारी किया गया. 


ईडी ने किया है ये दावा


ईडी ने दावा किया कि अभिषेक बनर्जी कंपनी के सीईओ हैं. कोयला घोटाला और पशु तस्करी मामले में भी ईडी ने उन्हें पहले भी कई बार तलब किया था. जब जून में प्राथमिक स्कूल नौकरियों घोटाले में पैसे के लेन-देन की जांच के संबंध में उन्हें नोटिस भेजा गया था तो टीएमसी नेता ने जांच एजेंसी के सामने पेश होने से इनकार कर दिया.  


बंगाल में जुलाई में हुए पंचायत चुनाव में अपने व्यस्त कार्यक्रम का हवाला देते हुए अभिषेक बनर्जी ने कहा था कि वह ग्रामीण चुनाव के बाद किसी भी समय उपलब्ध रहेंगे. टीएमसी नेता को मई में घोटाले में सीबीआई की ओर से नौ घंटे की पूछताछ का सामना करना पड़ा था. 


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