India vs Bharat Renaming Row: जी-20 सम्मेलन के रात्रिभोज के निमंत्रण पत्र पर 'प्रेसीडेंट ऑफ इंडिया' की जगह 'प्रेसीडेंट ऑफ भारत' लिखे जाने को लेकर शुरू हुआ विवाद बढ़ता जा रहा है. विपक्ष ने दावा किया है कि केंद्र सरकार संविधान और देश का नाम बदलने की कोशिश कर रही है. वहीं सरकार ने इन दावों को खारिज किया है. इस मामले को लेकर अब टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) ने बीजेपी पर निशाना साधा.
टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने बुधवार (6 सितंबर) को एक्स पर पोस्ट कर कहा, "इंडिया बनाम भारत बीजेपी की ओर से फैलाया गया ध्यान भटकाने वाला मुद्दा है. आइए इसे मुद्दे को पीछे छोड़ें और केंद्र सरकार को बढ़ती कीमतों, बेलगाम महंगाई, सांप्रदायिक तनाव, बेरोजगारी, सीमा विवाद और राष्ट्रवाद की उनकी खोखली बयानबाजी के लिए जिम्मेदार ठहराएं."
ममता बनर्जी ने भी उठाए सवाल
इस मामले पर टीएमसी चीफ और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी बयान दिया था. उन्होंने मंगलवार को कहा था, "ये हम सब जानते हैं कि इंडिया ही भारत है, तो अचानक ऐसा क्या हुआ कि आधिकारिक निमंत्रण में देश के नाम में केवल भारत का इस्तेमाल करने की जरूरत पड़ी. अंग्रेजी में हम इंडिया कहते हैं, जबकि हिंदी में हम भारत कहते हैं, इसमें नया क्या है."
जी-20 के रात्रिभोज के निमंत्रण के बाद विवाद
बता दें कि, ये विवाद जी-20 समिट के रात्रिभोज के लिए भेजे गए निमंत्रण पत्र से उठा है. जी-20 समिट का आयोजन 9 और 10 सितंबर को दिल्ली में होगा. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की मेजबानी में 9 सितंबर को आयोजित होने वाले जी-20 रात्रिभोज के निमंत्रण पत्र में प्रेसीडेंट ऑफ इंडिया की बजाय प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखा है.
विपक्षी दलों ने किया ये दावा
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की तरफ से भेजे गए जी-20 रात्रिभोज निमंत्रण पत्र को एक्स पर शेयर किया था. जिसके बाद विपक्ष ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा. विपक्षी दलों का दावा है कि बीजेपी उनके गठबंधन इंडिया से डर गई है इसलिए देश का नाम बदलने जा रही है. हालांकि केंद्र सरकार ने इन दावों को अफवाह करार दिया.
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