Abhishek Banerjee: अभिषेक बनर्जी का निशाना, 'वंशवाद की राजनीति खत्म करने के लिए बीजेपी बिल लाए, हम...'
Bengal Panchayat Elections 2023: पश्चिम बंगाल में होने वाले चुनाव को लेकर सियासी हलचल मची हुई है. टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने बीजेपी पर बड़ा हमला बोला है.
Abhishek Banerjee on BJP: तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने गुरुवार (6 जुलाई) को बीजेपी पर बड़ा हमला किया. उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी वंशवाद की राजनीति की बात करती है और इसे खत्म करने के लिए विधेयक लेकर आती है तो वे उसका समर्थन करने वाले पहले व्यक्ति होंगे.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने आगे कहा, “बीजेपी 2021 में पश्चिम बंगाल नहीं जीत सकी. इसलिए उन्होंने बंगाल के लोगों पर एक तरह से युद्ध की घोषणा की. वे बदले की राजनीति पर काम कर रहे हैं. हमने बंगाल के लोगों पर बीजेपी की नफरत के प्रभाव को देखा और महसूस किया है. बीजेपी की लड़ाई जनता से नहीं, बल्कि तृणमूल कांग्रेस से है, लेकिन वे नाराजगी के कारण हमारे लोगों का पैसा रोक रहे हैं.''
केन्द्र बंगाल के पैसे क्यों नहीं दे रहे?- अभिषेक बनर्जी
टीएमसी नेता ने कहा ईडी से लेकर सीबीआई तक सब कर लिया. अब ये बताएं कि केंद्र बंगाल के पैसे क्यों नहीं दे रहा है. हम जल्द ही बड़े आंदोलन की तरफ जा रहे हैं. बीजेपी बंगाल हार गई है, इसलिए बंगाल से बदला ले रही है. बंगाल की मुख्यमंत्री ने बड़ी ही सादगी से साक्षात्कार किए हैं लेकिन कोई फायदा नहीं. उन्होंने कहा कि राज्य में अब तक 186 सेन्ट्रल टीमें आई हैं.
अभिषेक बनर्जी ने बीजेपी नेताओं को चैलेंज करते हुए कहा, "दिलीप घोष, शुभेंदु अधिकारी, सुकांत मजूमदार तीनों में से एक मेरे साथ बैठकर चर्चा करें कि कब 100 दिन वाले और आवास योजना के पैसे दिये गए?'' उन्होंने केंद्र पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बंगाल के पैसों को ले जाकर सेंट्रल विस्टा बना रहे, विमान ख़रीद रहे हैं.
UCC पर भी दिया बयान
अभिषेक बनर्जी ने कोलकाता प्रेस क्लब में ‘‘प्रेस से मिलिए’’ कार्यक्रम में कहा, ‘‘समान नागरिक संहिता को लेकर हो रही चर्चा के बारे में हमारे पास कोई ठोस जानकारी नहीं है कि एकरूप होने के लिए क्या आवश्यक है. कुछ साल पहले विधि आयोग ने भी कहा था कि इसकी जरूरत नहीं है. इसके अलावा, भारत की ताकत इसकी विविधता है. प्रधानमंत्री भी अपने सभी भाषणों में वसुधैव कुटुंबकम की बात करते हैं, जिसका अर्थ है कि दुनिया एक परिवार की तरह है. भारत अपनी एकता के लिए मशहूर है, न कि एकरूपता के लिए.''