Anubrata Mandal: पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के करीबी व TMC नेता अनुब्रत मंडल की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ती दिख रही हैं. क्योंकि सीबीआई (CBI) की मांग पर आसानसोल (Asansol) की एक विशेष अदालत (Special Court) ने अनुब्रत मंडल की हिरासत को 24 अगस्त तक के लिए बढ़ा दिया है. पिछले हफ्ते अनुब्रत मंडल को मवेशी तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया गया था. इससे पहले अदालत ने 11 अगस्त को दस दिन की सीबीआई हिरासत में भेजा था. शनिवार को सीबीआई ने अदालत में पेश करने से पहले अनुब्रत मंडल का मेडिकल चेकअप कराया था.


प्रकरण के अनुसार केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 21 सितंबर 2020 को सीमा सुरक्षा बल (BSF) के एक पूर्व कमांडेंट को भारत-बांग्लादेश सीमा पर अवैध पशु तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया था. सीबीआई का दावा था कि इस मामले की जांच में अनुब्रत मंडल का नाम सामने आया. सीबीआई ने अनुब्रत मंडल को कई बार तलब किया, लेकिन स्वास्थ्य समस्याओं का हवाला देकर अनुब्रत बचते रहे. काफी प्रयासों के बावजूद वह पेश नहीं हुए तो बीरभूम जिले के बोलपुर स्थित आवास से 11 अगस्त को अनुब्रत मंडल की गिरफ्तारी हुई. गिरफ्तारी पर भाजपा और टीएमसी के बीच सियासी घमासान भी मचा. एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप मढ़े गए. पश्चिम बंगाल की वित्त मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने यहां तक आरोप लगा दिया था कि अनुब्रत मंडल को सीबीआई का सम्मन राजनीतिक प्रतिशोध है. भाजपा नेताओं ने कई बार टीएमसी सरकार पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाया.


दो बार में पूरी हुई सीबीआई की मांग


केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गिरफ्तार किये गए टीएमसी (TMC) नेता अनुब्रत मंडल (Anubrata Mandal) को अदालत में पेश किया तो 14 दिन की हिरासत मांगी थी. लेकिन अदालत सिर्फ 10 दिनों की हिरासत की अनुमति दी. इसके बाद शनिवार को अदालत ने हिरासत की समय सीमा बढ़ा दी. सीबीआई अधिकारी ने जानकारी दी थी कि पशु तस्करी घोटाले में जांच में असहयोग के चलते अनुब्रत को गिरफ्तार किया गया. क्योंकि अनुब्रत इस मामले में सीधे जुड़े हुए हैं.


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