West Bengal SSC Scam Case: पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में तृणमूल कांग्रेस (TMC) की युवा शाखा के नेता कुंतल घोष (Kuntal Ghosh) को 14 दिनों के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ED) की हिरासत में भेज दिया गया है. वह तीन फरवरी तक ईडी की हिरासत में रहेंगे. ईडी ने कुंतल घोष को शनिवार (21 जनवरी) को घोटाला मामले में गिरफ्तार किया. घोष को कोलकाता के न्यू टाउन स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया गया. बिधान नगर अस्पतास में उनका मेडीकल टेस्ट कराया गया.
बता दें कि कुंतल घोष को टीएमसी के युवा नेता शांतनु बनर्जी का करीबी माना जाता है. दोनों हुगली से तृणमूल कांग्रेस की युवा शाखा के सदस्य हैं. ईडी ने कथित घोटाले के सिलसिले में शुक्रवार (20 जनवरी) को दोनों (कुंतल घोष और शांतनु बनर्जी) के आवास पर छापा मारा था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईडी के अधिकारियों ने कोलकाता में कुंतल घोष के चिनार पार्क स्थित अपार्टमेंट में रातभर तलाशी ली थी और शनिवार सुबह पहले उन्हें हिरासत में लिया फिर गिरफ्तार कर लिया.
क्या है मामला?
जानकारी के मुताबिक, 2014 से 2021 के बीच कथित घोटाले को अंजाम दिया गया था. कथित तौर पर सरकारी स्कूलों में शिक्षकों और कर्मचारियों की नियुक्ती के लिए टीएमसी नेताओं ने 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि जुटाई थी. सूत्रों के मुताबिक, कुंतल घोष और शांतनु बनर्जी पर मामले में बिचौलिये के रूप में काम करने का आरोप है.
पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी कर रहे हैं घोटाले की जांच का सामना
पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी पहले से पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (WBSSC) भर्ती घोटाले की जांच का सामना कर रहे हैं. पिछले साल ईडी ने कोलकाता की पीएमएलए विशेष अदालत के समक्ष कथित पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी समेत आठ आरोपियों के खिलाफ अभियोजन शिकायत दर्ज की थी.
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