पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने में भले ही अभी कुछ महीने बाकी है लेकिन सियासी आरोप-प्रत्यारोप और जुबानी जंग दिनों-दिन तेज होती जा रही है. राज्य के नेताओं के अमर्यादित शब्दों को सुनकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले दिनों में वहां की राजनीति चुनाव आने तक किस तरह की रहने वाली है.
बंगाल तृणमूल कांग्रेस नेता और राज्य में परिहन मंत्री रह चुके मदन मित्रा ने हावड़ा में कहा- जो बीजेपी के लोग हैं वे सुन लें, दूध मांगोगे तो खीर देंगे और बंगाल मांगोगे तो चीर देंगे.
इधर, मंगलवार को कोलकाता की एक रैली के दौरान टीएमसी समर्थकों ने अभद्र भाषाओं के साथ नारे लगाए. उन्होंन जिस भाषा कि इस्तेमाल किया उसे हम यहां पर पत्रकारिता की मर्यादा को देखते हुए नहीं लिख सकते हैं. टीएमके समर्थकों ने नारे लगाते हुए इस रैली के दौरान कहा- बंगाल के गद्दारों को, गोली मारो... को.
इससे पहले, पुरुलिया की रैली के दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा- 23 जनवरी को देशनायक दिवस मनाया जाएगा. पराक्रम का सही मतलब मुझे नहीं पता है, हो सकता है कि इसके 3-4 मतलब हो. इसलिए मैं इसको लेकर चर्चा नहीं कर सकती हूं.
इधर, हाल में टीएमसी से बीजेपी में शामिल हुए शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी पर मंगलवार को हल्ला बोला. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी को पूर्व मुख्यमंत्री शब्द का लेटर हेड छपवाने की तैयारी कर लेनी चाहिए. गौरतलब है कि ममता बनर्जी ने नंदीग्राम विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. नंदीग्राम सीट शुभेंदु अधिकारी का गढ़ है. ऐसे में ममता ने यहां चुनाव लड़ने का ऐलान कर इसे हॉट सीट बना दिया है.
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