Politics On Saayoni Ghosh: पश्चिम बंगाल तृणमूल कांग्रेस की नेता सायनी घोष की त्रिपुरा में गिरफ्तारी को लेकर सियासत तेज हो गई है. सायनी घोष को हत्या के आरोप में अगरतल्ला में गिरफ्तार करने के बाद टीएमसी के नेता आक्रामक नजर आ रहे हैं. यह घटना टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के उत्तर पूर्वी राज्य के प्रस्तावित दौरे से एक दिन पहले हुई. सायनी घोष की गिरफ्तारी के बाद टीएमसी नेताओं ने त्रिपुरा सरकार को निशाने पर लिया है वही केंद्र सरकार पर भी हमला बोल रहे हैं.
सायनी घोष की गिरफ्तारी क्यों?
पश्चिम बंगाल तृणमूल कांग्रेस (TMC) की नेता सायनी घोष को हत्या की कोशिश के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. अगरतल्ला में शनिवार रात हुई एक सभा के दौरान मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब को धमकी देने के आरोप में हत्या के प्रयास की धाराओं में सायनी घोष को गिरफ्तार कर लिया गया. पहले उन्हें थाने में पूछताछ के लिए बुलाया गया और फिर उनकी गिरफ्तारी की गई. सायनी टीएमसी के युवा मोर्चा की स्टेट प्रेज़िडेंट हैं. एडिशनल एसपी (शहरी) पश्चिम त्रिपुरा, बीजे रेड्डी ने कहा कि प्रारंभिक साक्ष्यों के आधार पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने आईपीसी की धारा 307, 153 के तहत मामला दर्ज किया है.
एक अधिकारी ने बताया कि बीजेपी कार्यकर्ता ने घोष पर शनिवार रात को मुख्यमंत्री बिप्लव कुमार देब की एक नुक्कड़ सभा को बाधित करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि घोष ने बैठक स्थल पर पहुंचकर 'खेला होबे' के नारे लगाए. तृणमूल कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई की युवा शाखा प्रेज़िडेंट सयानी घोष को तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी के दौरे से एक दिन पहले गिरफ्तार कर लिया गया.
टीएमसी सांसदों का दिल्ली में धरना
तृणमूल कांग्रेस के 15 से अधिक सांसद सायनी घोष की गिरफ्तारी के खिलाफ धरना और प्रदर्शन करने के लिए दिल्ली पहुंचे हैं. टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी भी इस घटना से काफी नाराज बताई जा रही हैं. जानकारी के मुताबिक तृणमूल कांग्रेस सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल त्रिपुरा में पुलिस की कथित बर्बरता के मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात कर सकता है.
ममता बनर्जी का बीजेपी सरकार पर हमला
इससे पहले सीएम ममता बनर्जी ने ट्वीट कर त्रिपुरा की बीजेपी सरकार पर राजनीतिक दलों के शांतिपूर्ण प्रदर्शन के अधिकारों पर सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन नहीं करने का आरोप लगाया. बनर्जी ने रविवार सुबह को किए गए कथित हमले का वीडियो ट्विटर पर साझा किया और मुख्यमंत्री बिप्लब देब पर निशाना साधते हुए कहा, "वह हमारे समर्थकों और महिला उम्मीदवारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के बजाय हमला करने के लिए लगातार गुंडे भेज रहे हैं. त्रिपुरा में सत्तारूढ़ बीजेपी लोकतंत्र का मजाक बना रही है."
चुनाव की वजह से बीजेपी-टीएमसी में तकरार!
वही बीजेपी का कहना है कि बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने कभी टीएमसी के समर्थकों पर हमला नहीं किया है. त्रिपुरा में 25 नवंबर को अगरतला निकाय चुनाव होने जा रहे हैं. इसमें टीएमसी ने भी अपने उम्मीदवार उतारे हैं. गौरतलब है कि तृणमूल कांग्रेस ने बंगाल में फिर से सरकार बनाने के बाद त्रिपुरा और गोवा में विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. फिलहाल इन दोनों ही राज्यों में बीजेपी की सरकार है.
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