नई दिल्लीः देश में नए कृषि कानून के पारित होते ही इसका काफी लंबे समय से विरोध हो रहा है. राजधानी दिल्ली के बॉर्डर पर बीते काफी दिनों से किसान लगातार आंदोलन कर रहे हैं. वहीं इस कानून को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. किसानों के साथ ही अब तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेताओं ने मांग की है कि आगामी संसद सत्र में केंद्र सरकार की ओर से तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए एक विधेयक लाया जाए.
टीएमसी के सांसदों डेरेक ओ'ब्रायन और सौगत रे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा है कि कृषि कानूनों के खिलाफ शुरू से पार्टी अपना कड़ा रुख बनाए हुई है. उनका कहना है कि केंद्र सरकार अगले संसद सत्र में इस कानून के खिलाफ विधेयक लाए. वहीं उनका कहना है कि इस कानून में किसी तरह का संशोधन करने जैसा कोई भी शॉर्टकट काम नहीं करेगा.
कृषि कानून को बताया लोकतंत्र की हत्या
टीएमसी के सांसद डेरेक ओ'ब्रायन का कहना है कि 'कृषि कानून को पारित कर राज्य सभा में लोकतंत्र की हत्या हुई. इस दौरान तृणमूल ने इस प्रस्ताव पर अपना किमती वोट नहीं दिया था. संसद सत्र शुरु होने में पांच दिन रह गए हैं और हम इस अध्यादेश के खिलाफ हैं.'
कृषि कानून से बीजेपी को होगा नुकसान
इस दौरान टीएमसी नेताओं ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि कृषि कानून के कारण हो रहे विरोध से बीजेपी को 2021 में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में कई राज्यों में हार का मुंह देखना पड़ा सकता है. उनका कहना है कि 2021 के तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और केरल में विधानसभा चुनाव के दौरान गैर-बीजेपी दलों को जीत मिलने के आसार दिख रहे हैं. इसके साथ ही उनका कहना है कि यह 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए वास्तव में एक बड़ा चुनाव साबित होगा.
गणतंत्र दिवस पर किसानों का ट्रैक्टर मार्च
बता दें कि कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर दो महीने से अधिक समय से प्रदर्शन कर रहे किसान गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे. भारी सुरक्षा के बीच हजारों किसान अपने ट्रैक्टरों के साथ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रवेश करेंगे. 'किसान गणतंत्र परेड' सिंघू, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर से दिल्ली में प्रवेश करेगी. किसान यूनियनों ने सोमवार को कहा कि राजपथ पर आधिकारिक गणतंत्र दिवस परेड समाप्त होने के बाद ही उनकी ट्रैक्टर परेड शुरू होगी.
इसे भी पढ़ेंः
Republic Day 2021: गणतंत्र दिवस पर 18वीं बार परेड का हिस्सा होगा 'रियो', '61 घुड़सवार रेजिमेंट' का करेगा नेतृत्व
Republic Day 2021: जानिए 26 जनवरी को आखिर क्यों मनाया जाता है गणतंत्र दिवस