असम और उत्तर प्रदेश की सरकार की तरफ से लाई जा रही नई जनसंख्या नीति का कई दलों ने विरोध किया है और भारतीय जनता पार्टी के ऊपर परेशान करने का आरोप लगाया है. पश्चिम बंगाल सरकार में परिवहन मंत्री फिरहाद हाकिम ने बीजेपी पर "लोगों को प्रताड़ित करने" का आरोप लगाते हुए नई जनसंख्या नीति पर उंगली उठाई है, जिसने बीजेपी शासित राज्यों असम और यूपी में गति पकड़ी है.


उन्होंने कहा- “यह ध्रुवीकरण की राजनीति का एक अन्य मुद्दा है. ममता बनर्जी सरकार में हम यह दिखाना चाहते हैं कि भारत में साम्प्रदायिक और धार्मिक सौहार्द है. यह अलगाववाद की राजनीति राष्ट्र को आगे नहीं लेकर जाएगी.” नई नीति पर बोलते हुए उन्होंने कहा- "हमारी पद्धति लोगों को समझा रही है. हमने उन्हें समझाने की कोशिश की, और उन्होंने किया, और इसलिए आज की जनसंख्या अतीत की तरह नहीं है."


राज्य में परिवार नियोजन पर टिप्पणी करते हुए फिरहाद हाकिम ने यह दावा किया कि लोग छोटे परिवारों की तरफ बढ़ रहे हैं. उनके मुताबिक, कानून लाने का मतलब सिर्फ लोगों को प्रताड़ित करना है. फिरहाद हाकिम की तरफ से यह बयान ऐसे वक्त पर आया है जब नई जनसंख्या नीति को लकर बीजेपी शासित राज्य असम और उत्तर प्रदेश की सरकार ने जनसंख्या नियंत्रण के मुद्दे को गंभीरता से लिया है.


असम की हेमंत बिस्व सरमा सरकार की प्रस्तावित नई जनसंख्या नीति में दो से ज्यादा बच्चे होने पर उन्हें सरकारी फायदे से वंचित रखना है. ऐसा माना जा रहा है कि इसको लेकर अगस्त तक नोटिफिकेशन जारी किया जा सकता है.  जबकि दूसरी तरफ यूपी की योगी सरकार राज्य में जन्मदर को घटाने के लिए मसौदा तैयार किया है. इसका मकसद जन्मदर को कम कर साल 2026 तक 2.1 फीसदी और 2030 तक 1.9 फीसदी पर लाना है.