KMC Elections result: कोलकाता नगर निगम के नवनिर्वाचित पार्षदों ने बृहस्पतिवार को तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता फरहाद हकीम को अपना नेता चुन लिया और इसके साथ ही उनके नगर का अगला महापौर बनने का रास्ता साफ हो गया है. वह अगले सप्ताह अपने पद और गोपनियता की शपथ लेंगे. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार में परिवहन एवं आवास मामलों के मंत्री हकीम कोलकाता के 39वें महापौर होंगे.


मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि कोलकाता नगर निगम के प्रदर्शन की हर छह महीने में समीक्षा की जाएगी और जो लोग उम्मीद के मुताबिक काम नहीं करेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के वार्ड संख्या 82 से चुनाव जीतने वाले हकीम शहर के पूर्व महापौर रहे हैं और 2020 में पहले बोर्ड का कार्यकाल समाप्त होने के बाद उन्हें नगर निगम का प्रशासक नियुक्त किया गया था, लेकिन महामारी के कारण चुनाव नहीं हो सके थे.


घोषणापत्र लागू करने की दिशा में करेंगे काम


हकीम कोलकाता पोर्ट विधानसभा क्षेत्र से विधायक भी हैं. शहर के पहले मुस्लिम महापौर हकीम ने कहा, ‘‘मैं ममता बनर्जी को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने मुझे फिर से कोलकाता के लोगों की सेवा करने का मौका दिया... महापौर पद की शपथ लेने के बाद मैं घोषणापत्र को लागू करने की दिशा में काम करूंगा.’’


शोभन चटर्जी के अचानक इस्तीफा देने के बाद दिसंबर 2018 में हकीम को कोलकाता का महापौर बनाया गया था. वहीं, वार्ड संख्या 88 से फिर से पार्षद चुनी गईं दक्षिण कोलकाता लोकसभा सीट से सांसद माला रॉय को केएमसी का अध्यक्ष बनाया गया. वह पूर्व के कार्यकाल में भी नगर निगम की अध्यक्ष थीं.


वार्ड संख्या 11 से पार्षद बने काशीपुर-बेलगछिया से विधायक अतिन घोष को फिर नगर निगम का उप महापौर चुना गया है. ममता बनर्जी ने यहां तृणमूल कांग्रेस की बैठक में सभी नामों की घोषणा की. उन्होंने 13 महापौर परिषद सदस्य (मेयर-इन-काउंसिल) के नामों की भी घोषणा की. केएमसी के लिए रविवार को हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तीन वार्ड में जीत दर्ज की, जबकि वाम मोर्चा और कांग्रेस को दो-दो वार्ड में जीत मिली. तीन निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी चुनाव जीते. नतीजे मंगलवार को घोषित किए गए.


Night Curfew In MP: COVID 19 के बढ़ते मामलों के बीच मध्य प्रदेश में नाइट कर्फ्यू लागू, ये होगा समय