कोलकाता: पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ दल टीएमसी में असंतुष्ट नेताओं की बाढ़ सी आ गई है. कल (गुरुवार) से लेकर अब तक पांच नेताओं ने पार्टी से दूरी बना ली है. शुभेंदु अधिकारी, शीलभद्र दत्ता, जितेंद्र तिवारी और कबिरुल इस्लाम के बाद अब उत्तरी काठी से विधायक बनश्री मैती ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है.
अटकलें लगाई जा रही है कि शुभेंदु अधिकारी के साथ ये नेता बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. गृहमंत्री अमित शाह शनिवार को पश्चिम बंगाल दौरे पर जा रहे हैं. इसी मौके पर टीएमसी के नेता बीजेपी में शामिल हो सकते हैं.
बीजेपी का आरोप
बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय ने आज आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस उन नेताओं को झूठे मुकदमों में फंसा रही है जो तृणमूल छोड़ कर बीजेपी में आए हैं.
उन्होंने कहा, “लेकिन जब से अर्जुन सिंह और मैं बीजेपी में शमिल हुए हैं, मेरे खिलाफ 55 मामले दर्ज हुए और उनके (अर्जुन) खिलाफ 65 मामले दर्ज हुए. अर्जुन के बेटे पर भी झूठे मामले दर्ज किये गए.” रॉय ने कहा, “यह (तृणमूल) बदला लेने वाली सरकार है जो अगले विधानसभा चुनाव में हारेगी.”
टीएमसी का दावा
तृणमूल कांग्रेस के कुछ सदस्यों के पार्टी छोड़ने के बीच पार्टी की लोकसभा सांसद काकोली घोष दस्तीदार ने बीजेपी पर लालज देने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ''बीजेपी को झूठ बोलने वाली पार्टी के रूप में जाना जाता है. वे ममता बनर्जी के खिलाफ हैं क्योंकि वह नरेन्द्र मोदी के शासन के दौरान हुई आर्थिक आपदा की सबसे कटु आलोचक हैं. इसलिए बीजेपी उनसे बदला ले रही है. बीजेपी तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को अपने दल में आने का लालच दे रही है.’’
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