Lok Sabha Elections 2024: पश्चिम बंगाल में टीएमसी विधायक तापस रॉय ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. बीजेपी के पश्चिम बंगाल प्रभारी मंगल पांडेय और विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने मंगलवार (6 मार्च) को टीएमसी विधायक तापस रॉय को पार्टी में शामिल कराया.


टीएमसी नेता तापस रॉय ने पार्टी नेतृत्व से नाखुशी व्यक्त करते हुए 5 मार्च को विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था. रॉय ने ऐसे समय में इस्तीफा दिया था, जब देश में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं.


'मोदी परिवार का बन गया सदस्य'
बीजेपी में शामिल होने के बाद पूर्व टीएमसी विधायक तापस रॉय ने कहा कि आज मैं पीएम नरेंद्र मोदी के परिवार का सदस्य बन गया हूं. मैं हर स्तर पर पार्टी की सेवा करने के लिए तैयार हूं. उन्होंने कहा कि एक साथ मिलकर हम पश्चिम बंगाल से भ्रष्टाचार के शासन का अंत करेंगे और राज्य में शांति बहाल करेंगे.


टीएमसी ने साधा निशाना
तापस रॉय के बीजेपी में शामिल होने पर टीएमसी ने उन पर निशाना साधा है. टीएमसी प्रवक्ता शांतनु सेन ने कहा कि पार्टी ने उन्हें सबकुछ दिया. वह हमारी सरकार में मंत्री भी रहे. इसके बावजूद उन्होंने पार्टी की पीठ में छुरा घोंप दिया.


इस्तीफे पर फंसा पेंच
विधानसभा के स्पीकर बिमान बनर्जी ने तापस रॉय के इस्तीफे पर कहा कि मैं उनका इस्तीफा मंजूर नहीं कर सकता हूं, क्योंकि उसके वाक्य में कुछ तकनीकी खामियां हैं. उन्होंने कहा कि मैंने उनसे (रॉय) गुरुवार (7 मार्च) को एक नया पत्र भेजने के लिए कहा है.


टीएमसी से क्यों नाराज थे रॉय?
तापस रॉय ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से उनके आवास पर इसी साल जनवरी में छापा मारे जाने के समय उनके साथ खड़े नहीं होने के लिए पार्टी नेतृत्व की आलोचना की थी. हालांकि, टीएमसी ने आरोप लगाया था कि रॉय आगामी लोकसभा चुनाव में उत्तरी कोलकाता सीट से ‘टिकट के लिए अनुचित दबाव’ डाल रहे थे.


पश्चिम बंगाल की बड़ानगर सीट से विधायक रॉय ने इस्तीफा देते हुए टीएमसी के प्रति अपनी गहरी निराशा व्यक्त की थी. उन्होंने पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी पर 'बुरे वक्त' में उनका साथ छोड़ने का आरोप लगाया.


(इनपुट पीटीआई भाषा से भी)


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