Parliament New Building Inauguration: टीएमसी (TMC) ने नए संसद भवन के उद्घाटन से दूरी बना ली है. पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) 28 मई को संसद के नए भवन का उद्घाटन करने वाले हैं. टीएमसी के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ'ब्रायन (Derek O'Brien) ने मंगलवार (23 मई) को ट्वीट किया कि संसद सिर्फ नई इमारत नहीं है, यह पुरानी परंपराओं, मूल्यों, मिसालों और नियमों के साथ एक प्रतिष्ठान है. ये भारतीय लोकतंत्र की नींव है.
टीएमसी सांसद ने आगे लिखा कि पीएम मोदी को ये समझ नहीं आ रहा है. उनके लिए, रविवार को नए भवन का उद्घाटन मैं और उनके खुद के बारे में ही है. इसलिए हमें तो इससे बाहर ही समझें. वहीं टीएमसी नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि टीएमसी नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करेगी. टीएमसी सांसद सौगत राय ने कहा कि हम प्रधानमंत्री की ओर से नए संसद भवन का उद्घाटन करने के विरोध में हैं. हम समारोह का बहिष्कार करने की सोच रहे हैं और पार्टी इस मामले में अंतिम फैसला लेगी.
उद्घाटन को लेकर मचा घमासान
संसद के नए भवन का उद्घाटन करने को लेकर घमासान मचा हुआ है. कई विपक्षी दलों ने भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कराए जाने की मांग की है. कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आरोप लगाया कि 'भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सरकार' में राष्ट्रपति का पद महज प्रतीकात्मक बनकर रह गया है.
बीजेपी ने किया पलटवार
बीजेपी ने भी विपक्ष के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा है कि अनावश्यक विवाद पैदा करने की कोशिश की जा रही है. बीजेपी मीडिया विभाग के प्रभारी अनिल बलूनी ने कहा कि नए संसद भवन का निर्माण एक गौरवशाली क्षण है और हर भारतीय इस पर गर्व महसूस कर रहा है. हालांकि, विपक्ष खेल बिगाड़ने की अपनी आदत को छोड़ नहीं सकता. उन्हें देश के लोगों ने खारिज कर दिया है और इस तरह की टिप्पणियां उनकी हताशा को दर्शाती हैं.
"कांग्रेस नेता घटिया राजनीति का सहारा लेते हैं"
रिकॉर्ड का हवाला देते हुए बीजेपी सूत्रों ने दावा किया कि संसद भवन एनेक्सी का उद्घाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 24 अक्टूबर, 1975 को किया था. बलूनी ने कहा कि जब भी कोई अच्छी चीज होती है तो कांग्रेस नेता घटिया राजनीति का सहारा लेते हैं जो राहुल गांधी के नेतृत्व में इसकी पहचान बन गई है. जब देश नए संसद भवन के निर्माण पर गर्व महसूस कर रहा है, तो इसके नेता फिर से एक नए निचले स्तर पर पहुंच गए हैं.
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