Kunal Ghosh On Deepak Adhikari: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप-मर्डर के मामले के विरोध में टीएमसी नेता कुणाल घोष और दीपक अधिकारी उर्फ देव के बीच जुबानी जंग शुरु हो गई. दरअसल, पश्चिम बंगाल के एक अस्पताल में डायलिसिस और स्कैन मशीन सुविधाओं के उद्घाटन को लेकर टीएमसी सांसद दीपक अधिकारी और कुणाल घोष के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया.
हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, फेसबुक और एक्स पोस्ट पर घोष ने एक पट्टिका की तस्वीर पोस्ट की, जिसमें अधिकारी का नाम 4 सितंबर को सुविधाओं का उद्घाटन करते हुए दिखाया गया है. इसे पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नाम वाली एक और पट्टिका के साथ जोड़ा गया था. मगर, तस्वीर से पता चलता है कि उन्होंने इस साल 11 मार्च को सुविधाओं का उद्घाटन किया था.
जानिए कुणाल घोष ने क्या कहा?
फेसबुक और एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर टीएमसी नेता कुणा घोष ने पोस्ट किया कि हालांकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 12 मार्च को डायलिसिस यूनिट का उद्घाटन किया था, लेकिन अब हमारे सांसद देव ने दूसरी बार इसका उद्घाटन किया है. इसने स्थानीय लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया है. क्या फिल्मों में सुपरस्टार होने के लिए ऐसा किया जा सकता है? आप सिर्फ रील हीरो नहीं बल्कि असली हीरो लग रहे हैं!"
न तो मुख्यमंत्री और न ही सांसद लेंगे इन सुविधाओं से लाभ- देव अधिकारी
इसको लेकर कुणाल घोष की पोस्ट पर देव ने पलटवार किया. अभिनेता से सांसद बने दीपक अधिकारी उर्फ देव ने कहा कि दीदी (ममता बनर्जी) ने 11 मार्च को घाटल अस्पताल में सुविधाएं स्थापित करने के बारे में एक घोषणा की थी. हालांकि, पिछले हफ्ते जब मशीनें आईं तो मैंने अस्पताल के अधिकारियों के अनुरोध पर उनका व्यक्तिगत रूप से उद्घाटन किया. तथ्य यह है कि न तो मुख्यमंत्री और न ही सांसद को इन सुविधाओं से लाभ होगा. बल्कि, इससे आम आदमी को फायदा होगा.
यह सिनेमा नहीं है- कुणाल घोष
टीएमसी नेता कुणाल घोष ने इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि तस्वीरों से यह साफ है कि एक उद्घाटन दो अलग-अलग उद्घाटनकर्ताओं के साथ दो बार नहीं हो सकता. यह सिनेमा नहीं है. जबकि हम, पैदल सैनिक और हमलों का मुकाबला कर रहे हैं, आप पेशेवर संबंधों और शिष्टाचार की आड़ में सरकार की बुराई करने वालों के साथ जुड़ रहे हैं.