Mahua Moitra Lok Sabha Speech: तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद महुआ मोइत्रा ने लोकसभा में बजट पर बोलते हुए जबरदस्त भाषण दिया. उन्होंने बजट में की गई कटौतियों पर सरकार को घेरा और इसे सरकार बचाने वाला बजट करार दिया. महुआ ने सीबीआई-ईडी जैसी जांच एजेंसियों के बजट में की गई कमी का भी जिक्र किया. साथ ही उन्होंने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि एक कारोबारी के यहां से जांच एजेंसियों के अधिकारियों को नेताओं के खिलाफ एक्शन के लिए फोन आते हैं. 


महुआ ने कहा कि जब हम भी बोलते हैं तो कभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चले जाते हैं. आज बजट पर बोल रहे हैं तो वित्त मंत्री निर्मता सीतारमण चली गईं. हम इससे दुखी हैं और इस पर संज्ञान लिया जाना चाहिए. टीएमसी सांसद ने आरोप लगाते हुए कहा कि वित्त मंत्री ने बजट में कुछ भी नहीं करके लोगों का मजाक बनाया है. इन लोगों ने जनता के जनादेश को नहीं सुना है. विनाश काले विपरीत बुद्धि. सरकार ने वही कैबिनेट और वही वित्त मंत्री रखा, जिन्होंने ये खराब बजट दिया है. 


ये कुर्सी बचाओ बजट है: महुआ मोइत्रा


लोकसभा में टीएमसी सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के बजट के जरिए मिडिल क्लास को दबाने की कोशिश की गई है. ये कुर्सी बचाओ बजट है. ये काम भी सरकार सही से नहीं कर पा रही है. महुआ ने बताया कि किस तरह से देश में डायरेक्ट टैक्स और इनडायरेक्ट टैक्स की व्यवस्था है. उन्होंने कहा कि हमारे यहां गरीब और मिडिल क्लास सबसे ज्यादा इनडायरेक्ट टैक्स देता है. दुनिया के विकसित देशों में ऐसा नहीं होता है, वहां अमीरों से ज्यादा डायरेक्ट टैक्स वसूला जाता है. 



सीबीआई-ईडी का घटाया गया बजट, ऐसा क्यों हुआ: महुआ मोइत्रा ने बताया


सीबीआई-ईडी के बजट में हुई कटौती का जिक्र करते हुए महुआ ने कहा, "मैं इस पूरे बजट में वित्त मंत्री से सिर्फ एक बात पर सहमत हूं कि सीबीआई-ईडी का बजट इस साल कम कर दिया गया है. मैं सोच रही थी कि ऐसा क्यों हुआ है. क्या ऐसा इसलिए किया गया है, क्योंकि जनता को ये अच्छा नहीं लग रहा था कि सरकार सीबीआई-ईडी को विपक्ष के पीछे लगा रही थी और उनसे फर्जी हलफनामे दायर करवा रही थी. या फिर इसलिए कि आपने सीबीआई-ईडी को अहमदाबाद के एक बिजनेसमैन को आउटसोर्स कर दिया है, जो सब चीजें कंट्रोल कर रहा है."


जांच एजेंसियों के मुद्दे पर सरकार को घेरा


महुआ ने आगे कहा, "महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री ने बताया कि किस तरह बीजेपी नेताओं और जांच एजेंसियों ने उन्हें फर्जी हलफनामा दायर करने को लेकर धमकी दी. मुझे भी बताया गया कि 16 अक्टूबर, 2023 को अडानी ने मेरे दोस्त को अपने अहमदाबाद दफ्तर में बुलाया और कहा कि अगर वह फर्जी हलफनामा दायर नहीं करते हैं तो उन्हें अंजाम भुगतना होगा. असल में वो अडानी नहीं, बल्कि उनके दामाद शिरिल श्रॉफ थे, जिन्होंने फर्जी हलफनामा दायर किया और साइन करने के लिए दबाव बनाया."


टीएमसी सांसद ने आरोप लगाया कि अडानी दफ्तर के मिड लेवल के अधिकारी सीबीआई-ईडी के अधिकारियों को फोन कर उन्हें बयान चेंज करवाने को कहते हैं. उन्होंने कहा कि मैं तो कहती हूं कि सीबीआई-ईडी का बजट पूरी तरह से जीरो कर दीजिए. अडानी को ही 1500 करोड़ रुपये का पूरा बजट भरने को कहा जाए और जांच एजेंसियों के काम को उनको आउटसोर्स कर दिया जाए. 


निशिकांत दुबे ने दिया महुआ के आरोपों का जवाब


महुआ मोइत्रा के आरोपों का जवाब बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने दिया. अपनी सीट से खड़े होकर उन्होंने बताया कि ये (महुआ) जिस केस का जिक्र कर रही हैं, वो लोकपाल पर मेरा केस है. मैंने शिकायत की है. उस मामले की जांच सीबीआई-ईडी कर रही है. ये मेरा केस है, इसलिए मैं यहां बैठा हुआ हूं. दर्शन हीरानंदानी भारत में क्यों नहीं आ रहे हैं, सीबीआई उन्हें बुला रही है. दुबे जिस मामले का जिक्र कर रहे थे, वो पिछले साल महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता जाने से जुड़ा हुआ है. 


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