Mahua Moitra News: तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद महुआ मोइत्रा के पूर्व 'पार्टनर' और सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई ने कहा है कि वह किसी से नहीं डरते हैं. उन्होंने ये भी कहा है कि वह किसी के जरिए धमकाए नहीं जाने वाले हैं. देहाद्राई का कहना है कि अगर कोई पीड़ित बनकर कहानी को बदलने की कोशिश कर रहा है, तो उसे ये भी जान लेना चाहिए कि पूरा देश उसे देख रहा है. महुआ और देदाद्राई के बीच एक पालतू कुत्ते को लेकर भी विवाद चल रहा है.


वहीं, जय अनंत देहाद्राई का ये बयान ऐसे समय पर सामने आया है, जब 'कैश फॉर क्वेरी' यानी पैसे के बदले कैश लेने के मामले में महुआ मोइत्रा के खिलाफ एथिक्स कमेटी जांच कर रही है. इस मामले में महुआ लोकसभा की एथिक्स कमेटी के सामने अपना बयान रिकॉर्ड कराने के लिए पहुंच गई हैं. बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने देहाद्राई के जरिए मिली चिट्ठी के आधार पर ही महुआ के खिलाफ पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने का आरोप लगाया है, जिसकी अब जांच चल रही है. 


रोटविलर कुत्ते को लेकर चल रही कानूनी लड़ाई


महुआ मोइत्रा सिर्फ 'कैश फॉर क्वेरी' मामले का ही सामना नहीं कर रही हैं. बल्कि टीएमसी सांसद और सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत एक और कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं. ये लड़ाई हेनरी नाम के एक रोटविलर कुत्ते को लेकर है. इस कुत्ते को तब खरीदा गया था, जब दोनों रिलेशनशिप में थे. लेकिन अब ब्रेकअप के बाद दोनों का ही दावा है कि उसे किडनैप कर लिया गया है. बताया गया है कि कुत्ता फिलहाल महुआ के पास है. इस मामले में पुलिस केस भी दर्ज हो चुका है. 


लॉगिन आईडी-पासवर्ड देने की बात कबूली


वहीं, टीएमसी सांसद ने इस बात को स्वीकार किया है कि उन्होंने संसद में सवाल पूछने के लिए इस्तेमाल होने वाली पार्लियमेंट्री लॉगिन आईडी को बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी को दिया था. हालांकि, उनका कहना है कि ऐसा उन्होंने इसलिए किया था ताकि बिजनेसमैन के ऑफिस का स्टाफ सवालों को टाइप करने में उनकी मदद कर सकें. महुआ ने पार्लियमेंट्री आईडी के लॉगिन पासवर्ड के बदले पैसे या किसी तरह की मदद लेने की बात को पूरी तरह से नकार दिया है. 


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