Mahua Moitra On VHP: तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने बुधवार (11 सितंबर) को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस हेमंत गुप्ता पर निशाना साधा. 


हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, अक्टूबर 2022 में सुप्रीम कोर्ट से रिटायर्ड जस्टिस हेमंत गुप्ता ने 8 सितंबर के कार्यक्रम में अपनी मौजूदगी का बचाव करते हुए कहा कि वर्तमान मुद्दों पर चर्चा करने के लिए "भारत के नागरिक" के रूप में वो इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे.


मुझे मंचों और फोरमों से जुड़ने की आजादी-जस्टिस गुप्ता


द क्विंट ने जस्टिस गुप्ता के हवाले से कहा, "जहां तक ​​रिटायर्ड जजों की ओर से रिटायर होने के बाद ऐसे कार्यक्रमों में भाग लेने का सवाल है, मैं दूसरों के बारे में टिप्पणी नहीं कर सकता, लेकिन मुझे देश के किसी भी अन्य नागरिक की तरह वर्तमान मुद्दों और विषयों पर चर्चा और विचार-विमर्श करने के लिए मंचों और फोरमों से जुड़ने की स्वतंत्रता है."


रिटायर्ड जजों के VHP के कार्यक्रम में शामिल होने पर TMC सांसद ने कसा तंज


टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "बेशक माईलॉर्ड्स- आपको किसी भी कार्यक्रम में शामिल होने की स्वतंत्रता है! रिटायरमेंट के बाद पदभार संभालिए, राज्यसभा के मनोनीत सदस्य बनिए- भगवान को कुछ भी करने से कौन रोक सकता है? हम- मात्र मनुष्य- आपसे सवाल करने वाले कौन होते हैं?"


विहिप के कार्यक्रम में SC और HC के 30 रिटायर्ड जज हुए शामिल


पीटीआई के अनुसार, सोमवार (9 सितंबर) को नई दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में आयोजित विहिप के कार्यक्रम में कथित तौर पर सुप्रीम कोर्ट और विभिन्न हाई कोर्ट के लगभग 30 रिटायर्ड जजों ने भाग लिया था. इस दौरान केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे. उन्होंने तस्वीरें शेयर करते हुए कहा कि चर्चा विकसित भारत के निर्माण के लिए न्यायिक सुधारों पर केंद्रित थी.


जानें कार्यक्रम के कौन-कौन हुए शामिल?


उन्होंने हिंदी में एक्स पर लिखा, "आज विश्व हिंदू परिषद के विधिक प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित न्यायाधीश मिलन समारोह में भाग लेकर विकसित भारत के निर्माण से संबंधित न्यायिक सुधारों से संबंधित विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई. इस मौके पर विश्व हिन्दू परिषद के अध्यक्ष आलोक कुमार की गरिमामयी मौजूदगी में रिटायर्ड जजों अन्य कानून के जानकारों, वरिष्ठ वकील एवं अन्य प्रख्यात बुद्धिजीवी मौजूद थे.


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