पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस से नाराज चल रही पार्टी की सांसद शताब्दी रॉय के बीजेपी में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही है. वह शनिवार को नई दिल्ली पहुंच रही है और ऐसा कहा जा रहा है कि वह यहां पर केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगी. ऐसे में अगर वह पार्टी छोड़ती है तो राज्य में अगले कुछ महीनों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव से पहले ममता बनर्जी की अगुवाई वाली टीएमसी के लिए एक और बड़ा झटका होगा. हालांकि, शताब्दी रॉय ने इसको लेकर शुक्रवार को सफाई दी है.


समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए टीएमसी सांसद शताब्दी रॉय ने कहा- टीएमसी में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. मेरी तरफ से किया गया फेसबुक पोस्ट सही है. अगर मैं दिल्ली जा रही हूं तो इसका मतलब ये नहीं है कि मैं बीजेपी ज्वाइन कर रही हूं. मैं एक सांसद हूं और दिल्ली जा सकती हूं.





गौरतलब है कि इससे पहले, शताब्दी रॉय फैन क्लब फेसबुक पेज पर फिल्मी दुनिया से राजनीति में आई शताब्दी रॉय ने कहा कि उनके संसदीय क्षेत्र बीरभूम में उनकी मौजूदगी की वजह ये है कि उन्होंने एडवांस में कार्यक्रम के बारे में सूचित नहीं किया गया था. इससे पहले ममता सरकार में मंत्री रहे शुभेंदू अधिकारी समेत कई पार्टी नेताओं ने बीजेपी का दामन थाम लिया था. उन सभी को कोलकाता में अमित शाह के दौरे के वक्त पार्टी में शामिल कराया गया था. ऐसे में शताब्दी अगर पार्टी छोड़ती हैं तो यह टीएमसी के लिए विधानसभा चुनावों से पहले एक और बड़ा झटका साबित हो सकता है.


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