Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के बीच तृणमूल कांग्रेस ने कुणाल घोष को राज्य संगठन के महासचिव पद से हटा दिया है. टीएमसी ने कहा कि कुणाल घोष के विचार पार्टी से मेल नहीं खाते थे, इसलिए यह निर्णय लिया गया है.
तृणमूल कांग्रेस ने बयान जारी कर कहा, "हाल के कुछ दिनों में कुणाल घोष पार्टी के लाइन से अलग बयान दे रहे थे. यह बताना बहुत जरूरी है कि यह उनकी निजी राय है, इसका पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है. टीएमसी मुख्यालय की ओर से जारी बयानों को ही पार्टी का आधिकारिक बयान माना जाना चाहिए."
कुणाल घोष को पार्टी ने महासचिव पद से हटाया
तृणमूल कांग्रेस ने बयान जारी कर कहा, "कुणाल घोष को पहले पार्टी के प्रवक्ता के पद से हटाया गया था और अब उन्हें उन्हें प्रदेश संगठन महासचिव के पद से हटा दिया गया है. उनके बयान को पार्टी के बयान के साथ जोड़कर न देखें, ऐसा करने पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है."
बीजेपी प्रत्याशी के साथ मंच पर दिखे थे कुणाल घोष
कुछ महीने पहले सुदीप बनर्जी से अनबन के कारण कुणाल घोष को पार्टी प्रवक्ता पद से भी हटा दिया गया था. कुणाल घोष ने आज ही कोलकाता उत्तर से बीजेपी उम्मीदवार तापस रॉय की तारीफ की और टीएमसी उम्मीदवार सुदीप बनर्जी पर भी तंज कसा था. एक मई 2024 को कोलकाता नगर निगम के वार्ड नंबर 38 में एक रक्तदान शिविर में कुणाल घोष और बीजेपी उम्मीदवार तापस रॉय को एक ही मंच पर देखा गया.
लोकसभा चुनाव शुरू होने से पहले तापस रॉय टीएमसी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गए थे. इस पर कुणाल घोष ने कहा था, "तापस रॉय जैसे जन प्रतिनिधियों के बारे में कहने को कुछ नहीं है. जब तक वह टीम में रहे लोगों की सेवा की. उनके घर का दरवाजा लोगों के लिए हमेशा खुला रहता था. लोगों ने हमेशा उनका समर्थन किया. हम तापस रॉय को टीम में रखना चाहते थे, लेकिन दुर्भाग्य से मैं ऐसा नहीं कर सका."
ये भी पढ़ें : Prajwal Revanna: कर्नाटक अश्लील वीडियो विवाद पर आया प्रज्वल रेवन्ना का पहला रिएक्शन, जानें क्या कहा