कोलकाता: पश्चिम बंगाल में इस साल के मध्य तक चुनाव होने हैं. जैसे जैसे समय बीत रहा है बंगाल में सियासी पारा चढ़ता जा रहा है. पक्ष विपक्ष एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं. बयानों का दौरा जारी है. इन सब के बीच अमर्यादित भाषा का भी इस्तेमाल हो रहा है. मंगलवार को टीएमसी कार्यकर्ताओं की नारेबाजी का एक वीडियो सामने आया जिसमें वो बंगाल के गद्दारों को गोली मारो *** को बोलते सुनाई दे रहे हैं. ये नारेबाजी कोलकाता में हुई पार्टी रैली के दौरान टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने लगाए.


टीएमसी कार्यकर्ताओं के अलावा मंगलवार को पार्टी के नेता मदन मित्रा ने भी एक विवादित बयान दे दिया. हावड़ा में एक रैली को संबोधित करते हुए टीएमसी नेता मदन मित्रा ने कहा, "जो बीजेपी से हैं वो ये सुन लें, दूध मांगो तो खीर देंगे, अगर बंगाल मांगो तो चीर देंगे."






चुनावी माहौल में अक्सर ऐसा देखने को मिलता है कि राजनेता या कार्यकर्ता एक दूसरे पर निशाना साधने के दौरान भाषा की मर्यादा भूल जाते हैं. पिछले साल नवंबर में टीएमसी के नेता कल्याण बनर्जी ने पश्चिम बंगाल के कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी पर बीजेपी का एजेंट होने का आरोप लगाया था. इसपर अधीर रंजन चौधरी ने पलटवार करते हुए कल्याण बनर्जी के लिए ममता के 'पालतू कुत्ते' जैसे शब्द का इस्तेमाल कर दिया था. अधीर रंजन चौधरी ‘अल्सेसियन कुत्ते’ जैसे शब्द का भी इस्तेमाल कर दिया था.


पिछले दिसंबर में साल बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष ने भी विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि अगर टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने अपना रास्तान हीं बदला तो चमड़ी उधेड़ देंगे.


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