West Bengal: पश्चिम बंगाल में गंगा आरती (Ganga Aarti) को लेकर अब राजनीति गरमा गई है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) गंगा सागर मेले में गंगा आरती का आयोजन करना चाहती है लेकिन पुलिस ने उन्हें अनुमति नहीं दी. वही, अब बीजेपी नेता सजल घोष (Sajal Ghosh) ने कहा कि, "आरती होगी साथ ही सरकार का विसर्जन होगा." 


सजय घोष ने प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि, हम हिंदू हैं और भारतीय जनता पार्टी से हैं इसलिए हमें आरती करने की इजाजत नहीं दी जा रही. आरती होगी और इसी जगह होगी साथ ही यहां की सरकार का विसर्जन भी होगा. 


पुलिस ने ये कहते हुए इजाजत नहीं दी...


दरअसल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) आज गंगा सागर मेले का उद्घाटन करेंगी. बीजेपी की ओर से मांग की गई थी कि उन्हें इसी जगह से कुछ दूरी पर गंगा आरती करने की इजाजत दी जाए. वहीं, पुलिस ने इजाजत ना देते हुए कहा कि इस दौरान सड़क पर ट्रैफिक होने वाला है. अगर इस प्रकार की आरती का आयोजन होता है ति सड़क पर स्थिति को कंट्रोल करना बेहद मुश्किल होगा.    


सीएम ममता को हिंदुओं से इतनी नफरत क्यों- बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष


वहीं, पुलिस द्वारा इजाजत ना मिलने पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि ये आरती होगी और इस दौरान वो खुद वहां मौजूद होंगे. सुकांत बोले, "हमें गंगा आरती करनी थी लेकिन पुलिस ने इजाजत नहीं दी. ऐसा जानबूझकर किया गया है. इनका उद्देश्य हिंदुओं को किसी भी आयोजन में भाग लेने से रोकना है लेकिन हम वहां जाएंगे." सुकांत ने ट्वीट कर सीएम ममता बनर्जी पर सीधा वार करते हुए कहा कि, "मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को हिंदुओं से इतनी नफरत क्यों है? कोलकाता पुलिस ने बीजेपी पश्चिम बंगाल को गंगा आरती की अनुमति देने से इंकार कर दिया." 


यह भी पढ़ें.


Delhi: जिस दिन दिया बच्चे को जन्म उसी दिन कर दी हत्या, तीसरी मंजिल से फेंका, केस दर्ज